जयपुर। करधनी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नकबजन गिरोह का खुलासा करते हुए गिरोह के चार शातिर नकबजनों को धर-दबोचा है और उनके पास से चोरी के तीन लैपटॉप,चोदी के आभूषण सहित अन्य सामान जब्त किए गए है। पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त एक वाहन भी जब्त किया है। जानकारी में सामने आया है कि नकबजन गिरोह में शामिल दो आरोपित कुछ दिनों पहले ही जोधपुर जेल से रिहा होकर आए थे। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम संजीव नैन ने बताया कि करधनी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नकबजन गिरोह के शातिर बदमाश हिम्मत सिंह निवासी जोधपुर,कपिल शर्मा निवासी जोधपुर,शाहरुख खान निवासी करधनी और अमन वर्मा निवासी झोटवाड़ा को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार नकबजन हिम्मत सिंह शातिर नकबजन है जो फरवरी 2024 के प्रथम सप्ताह में ही जोधपुर जेल से रिहा हुआ है एव गिरफ्तार नकबजन कपिल शर्मा जनवरी 2024 में जोधपुर जेल से रिहा हुआ है। जयपुर में रह रहा अमन शर्मा 2016 में बलात्कार के मामले में जोधपुर जेल में बंद रहा था। जोधपुर जेल में बंद रहने के दौरान अमन शर्मा की जानकारी हिम्मत और कपिल शर्मा से हुई थी । यह दोनो नकबजनी व अन्य मामलों में जोधपुर जेल में बंद रहे थे।
कपिल शर्मा ने ही जेल से बाहर आने के बाद हिम्मत और कपिल को जयपुर में नकबजनी की वारदातों के लिये जयपुर बुलाया था और जयपुर में अपने किराये के मकान में हिम्मत सिंह व कपिल शर्मा को रुकवा रखा था। हिम्मत सिंह के खिलाफ पूर्व में लूट व नकबजनी के 22 प्रकरण दर्ज है एवं कपिल शर्मा खिलाफ पूर्व में हत्या, लूट, नकबजनी के कुल 12 प्रकरण दर्ज है। आरोपी काफी शातिर किस्म के है जिनसे पूछताछ में नकबजनी की काफी वारदातें खुलने की संभावना है।
नौकरी लगाने के नाम पर सात लाख ठगे
अशोक नगर थाना इलाके में नौकरी लगवाने के नाम पर सात लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार अम्बे नगर टोंक रोड निवासी जितेंद्र चौधरी ने मामला दर्ज करवाया कि नौकरी लगाने के नाम पर शंकर लाल और होशियार सिंह ने कई बार में उससे सात लाख रुपए ले लिए। रुपए लेने के बाद भी आरोपी ने उसे नौकरी नहीं लगवाई और ना ही आरोपी रुपए वापस लौटा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।