जयपुर। गोविंद देव जी मंदिर में चल रही नानी बाई के मायरे की कथा के दूसरे दिन कथावाचक जया किशोरी ने भक्त नरसी की हुंडी का प्रसंग सुनाया। कथा में बताया कि भक्त की भक्ति सही और निस्वार्थ है तो ईश्वर को उसकी भक्ति स्वीकार करने के लिए स्वयं उपस्थित होना पड़ता है। युवा पीढ़ी को ऐसे संस्कारवान कार्यक्रम में लाने की जिम्मेदारी हमारी है संगत यदि सही होगी तो जीवन की राह भी आसान होगी।
कार्यक्रम में जया किशोरी का स्वागत रामबाबू झालानी रमेश चंद साहू अरुण अग्रवाल नितेश कुमार रामराय गुप्ता सुरेश पाटोदिया सतीश शर्मा शंकर नाथ राजू मेहरवाल राजेश कट्टा ने किया । सूरतगढ़ श्री श्याम मंदिर से श्याम सेवक हजारीलाल ने जय किशोरी को अंगवस्त्र माला पहनाकर एक चांदी का निशान भेंट किया।
कथा को सुनने के लिए देश पर प्रदेश के लोगों का हुजूम उमड़ रहा है । कथा के अंतिम दिन रविवार को 100 से ज्यादा लोग भात मायरा भरेंगे । आयोजक शंकर झालानी कैलाश बढ़ाया ने कथा के अंतिम दिन कथा में ज्यादा लोगों को आने का निमंत्रण दिया।