जयपुर। डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीसीआई) और नारायण सेवा संस्थान (एनएसएस) के तत्वावधान में नेशनल फिजिकल डिसेबिलिटी टी-20 क्रिकेट चैंपियनशिप-2024 का आयोजन पन्द्रह अक्टूबर को उदयपुर में किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में 24 राज्यों के 400 दिव्यांग क्रिकेटर्स और 100 से अधिक खेल अधिकारी हिस्सा लेंगे। उदयपुर शहर के 5 ग्राउंड में 67 मैच खेले जाएंगे।
सभी मैच 20-20 ओवर के होंगे। प्रतियोगिता 15 से 25 अक्टूबर तक चलेगी। चैपियनशिप के पोस्टर और ट्रॉफी का विमोचन डीसीसीआई के महासचिव रवि चौहान, महाराज प्रताप सिहं चौहान खाटूश्याम जी कमिटी के अध्यक्ष और पीडी एंड व्हीलचेयर क्रिकेट के चीफ पैट्रन, राजस्थान डिसेबल (डिफरेंटली एबल्ड) क्रिकेट एसोसिएशन (आरडीसीए) की प्रेसिडेंट ज्योत्सना चौधरी और नारायण सेवा के पदाधिकारी जनसम्पर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ एवं मीडिया प्रभारी विष्णु शर्मा हितैषी ने किया।
डीसीसीआई के महासचिव रवि चौहान ने कहा कि यह प्रतियोगिता बहुत ही रोमांचकारी रहेगी। दिव्यांग खिलाड़ी सामान्य लोगों को अपने हौसलों का दम दिखाएंगे। साथ ही इन खिलाड़ियों का चयन पिछले एक वर्ष में हुए विभिन्न टूर्नामेंट में प्रदर्शन को आधार मानकर किया गया है। ये सभी खिलाड़ी 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के हैं। इस चैपियनशिप में ज्यादातर खिलाड़ी एक हाथ या एक पैर से अथवा जन्मजात शारीरिक दिव्यांगता से ग्रस्त है। कुछ खिलाड़ियों के शरीर अर्द्धविकसित भी है।
रवि चौहान ने बताया कि 24 टीम हिस्सा ले रही है,जिसमें राजस्थान, केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, पंजाब, जम्मू कश्मीर, बड़ौदा, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मुंबई, छत्तीसगढ़, ओडिशा, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, विदर्भ, तमिलनाडु, और बिहार है।
उन्होने बताया कि इस 11 दिवसीय दिव्यांग प्रतिभा के क्रिकेट कुंभ का भव्य शुभारम्भ 15 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे फील्ड क्लब तथा समापन समारोह इसी ग्राउंड पर 25 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे होगा। समापन समारोह में रोलिंग ट्रॉफी विजेता टीम को दी जाएगी। उदयपुर शहर के फील्ड क्लब, बीएन यूनिवर्सिटी ग्राउण्ड, गीतांजली ग्राउंड, नारायण पैरा स्पोटर्स एकेडमी, डबोक और करनपुर क्रिकेट ग्राउंड में कुल 67 मैच होंगे।
24 टीमों को चार ग्रुप में बाटा गया है। प्रतिदिन 8 मैच होंगे। दिनांक 15 से 22 अक्टूबर तक चारों ग्रुप के 60 लीग मैच होंगे। 24 अक्टूबर को ग्रुप ए की विजेता का ग्रुप डी की टीम से तथा ग्रुप बी की विजेता का ग्रुप सी की टीम से सेमीफाइनल होगा। दिनांक 25 अक्टूबर को फाइनल फील्ड क्लब में खेला जाएगा। दिव्यांगों के लिए आयोजित चैंपियनशिप में अंतर्राष्ट्रीय मानकों को अपनाया गया है। जिसके तहत 66 मीटर बाउंड्री होगी। 22 गज (66 फिट) का पिच होगा। जिसे लेदर की वाइट बॉल से खेला जाएगा। प्रत्येक मैच का निर्णय करने के लिए 3 अम्पायर मैदान पर रहेंगे।
इसके अलावा चैंपियनशिप के सफल आयोजन के लिए संस्थान के सौ से अधिक साधक व्यवस्था में लगेंगे। जो दिव्यांग खिलाड़ियों को सहयोग करेंगे। विभिन्न राज्यों से आए इन खिलाडियों के लिए डिसएबल्ड अनुकूलित समस्त व्यवस्था बनाई गई है। दिव्यांग प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस चैपियनशिप में सबसे दमदार प्रदर्शन करने वाले क्रिकेटर को मूल्यांकन कमेटी की अनुशंषा पर प्रबंधन द्वारा मैन ऑफ द सीरीज के लिए चुना जाएगा।
जिसे पुरस्कार में स्कूटी दी जाएगी। हर ग्राउंड पर प्रतिदिन मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिए जाएगे। इसके अलावा विजेता और उपविजेता टीम को भी पुरस्कार दिए जाएंगे। इस चैपियनशिप में इंडिया टीम के कप्तान विराट कैनी, मुम्बई के रविंद्र सन्ते, विदर्भ के गुरुदास राउत, बंगाल के तुषार रॉय, गुजरात के आसित जायसवाल, जम्मू -कश्मीर के वसीम इक़बाल और अमीर हिस्सा ले रहे हैं।