जयपुर। रोटरी क्लब जयपुर मिडटाउन ने “हैप्पीनेस की अर्थशास्त्र पर एक विचार-प्रेरक’ सत्र आयोजित किया। इसमें विशिष्ट अर्थशास्त्रज्ञ और अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधानकर्ता व जयपुरिया इंस्टीटयूट ऑफ मेनेजमेंट, जयपुर के डायरेक्टर डॉ. प्रभात पंकज ने अर्थशास्त्र, वेलबिंग’और सार्वजनिक नीति के अन्वेषण के लिए उत्सुकता जताई। डॉ. प्रभात पंकज ने सामाजिक जीवन में जटिल गतिविधियों और सार्वजनिक नीति के लिए उनके प्रभावों के साथ वैश्विक दर्शकों को मोहित किया।
इस दौरान उन्होंने सार्वजनिक नीति में एक परिदिग्म परिवर्तन की आवश्यकता को महत्वपूर्ण मापदंडों के साथ सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया। अपने व्यापक अनुसंधान पर आधारित, उन्होंने समाज की प्रगति के एक महत्वपूर्ण सूचक के रूप में ‘हैप्पीनेस का मापन और पोषण का महत्व बताया।
उन्होंने तीन प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया। प्रभात पंकज ने कहा सबसे महत्वपूर्ण ये है कि हैप्पीनेस के लिए धन पर्याप्त नहीं है। यह आवश्यक है लेकिन पर्याप्त शर्त नहीं है। दूसरा, ‘हैप्पीनेस मापने योग्य है और हैप्पीनेस को मजबूत करने के लिए एक सुविज्ञ नीति बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा- तीसरा, ‘हैप्पीनेस और वेलबिंग’ सीखी जा सकती है।
इसके लिए हम ‘हैप्पीनेस और वेलबिंग’ में आगे बढ़ने का सही रास्ता खोजने के लिए न्यूरोसाइंस और सकारात्मक मनोविज्ञान से आने वाले पश्चिमी विज्ञान को आयुर्वेद और माइंडफुलनेस के पूर्वी ज्ञान के साथ संयोजित करने में लगे हैं। कार्यक्रम में रोटरी क्लब जयपुर मिडटाउन के अध्यक्ष अरुण पालवट और सचिव ऋषभ रानीवाला भी मौजूद रहे।