जयपुर। प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के संबंध में स्थानीय सिरसी रोड स्थित बिंदु के एमेजॉना अविरी एवं एग्जॉटिक अनुसंधान केंद्र में आयोजित एक गरिमामय समारोह में एक नई शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अरिजीत बनर्जी एवं पवन कुमार उपाध्याय शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन एमेजॉना अविरी एवं एग्जॉटिक अनुसंधान संस्था के निदेशक स्वप्निल दत्त ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। समारोह में स्वप्निल दत्त के पिता राजस्थान पुलिस में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर कार्यरत सुनील दत्त भी मौजूद रहे।
स्वप्निल दत्त ने बताया कि संस्था का मुख्य उद्देश्य प्रकृति, पर्यावरण एवं प्रवासी पक्षियों में आपसी तालमेल बैठाने के साथ ही उनका संरक्षण करना हैं। संस्था एग्जॉटिक बर्ड्स की प्रजातियां, बीमारी, देखभाल, उनकी संख्या बढ़ाने एवं उनके व्यवहार पर काम करती हैं साथ ही उन पर समय-समय पर अनुसंधान कार्य भी किये जा रहे हैं। परियोजना निदेशक ऋतुजा श्रीवास्तव ने संस्था एवं एग्जॉटिक बर्ड्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस पहली कार्यशाला के बाद प्रत्येक वर्ष इसी प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित की जाएगी।
कार्यशाला में विशेष रूप लंदन से आये डॉ. टॉम एवं डॉ.मूर्ति ने पक्षियों की देखभाल, प्रजाति को बढ़ाने एवं पर्यावरण को बचाने से सम्बंधित महत्वपूर्ण टिप्स दिए। एएईआरसी निदेशक अभिषेक सक्सेना ने मुख्य अतिथि एवं सभी आगंतुकों का उचित स्वागत सत्कार किया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में 50 वैटनरी चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।