जयपुर। श्री सरस परिकर की ओर से अजमेर रोड पर नीलकंठ कॉलोनी स्थित श्री शुक संप्रदाय की आचार्य पीठ श्री बरसाना में शुक सम्प्रदाय पीठाधीश अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में हो रही नौ दिवसीय श्रीराम कथा में दूसरे दिन गुरुवार को शिव सती प्रसंग, पार्वती जन्म, शिव-पार्वती विवाह सहित कई प्रसंगों पर प्रवचन हुए। व्यासपीठ से आचार्य डॉ. राजेश्वर ने राम नाम की महिमा का बखान करते हुए कहा कि भगवान राम ने अपने समय में बहुत कम लोगों को ही भव सागर पार किया।
इनमें शबरी, केवट, निषादराज प्रमुख है। लेकिन उनके नाम ने असंख्य कोटि लोगों को भव सागर से पार कर दिया। इसलिए कहा गया कि राम से बड़ा राम का नाम और उससे भी बड़ा राम का काम है। यह संसार भगवान ने बनाया है। उनकी बनाई दुनिया को हम सुंदर बनाए रखें यही राम का काम है। दक्ष प्रजापति की कथा के प्रसंग में डॉ. आचार्य राजेश्वर ने कहा कि जो अभिमान करता है, उसका सिर कटना निश्चित है। इसलिए कभी भी अहंकार नहीं करें।
श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि श्री शुक सम्प्रदाय पीठाधीश छोटे दादा गुरुदेव श्री रसिक माधुरी शरण जी महाराज के 126 वें जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित राम कथा में महामंडलेश्वर मनोहरदास महाराज, मनोहर शरण महात्यागी, महंत रविशंकर दास वेदांती, महंत नरेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता एच सी गणेशिया, रामगोपाल सराफ ने व्यासपीठ का पूजन किया। धीरेन्द्र माथुर, एडवोकेट प्रबल, सीए प्रशांत अग्रवाल सहित अन्य ने विभिन्न व्यवस्थाएं संभाली।
आज मनेगा राम जन्मोत्सव
शुक्रवार को राम जन्म का प्रसंग बहुत ही उल्लास और उमंग के साथ मनाया जाएगा। चारों भाइयों के प्रकट होने पर बधाई और उछाल होगी। श्री शुक संप्रदाय आचार्य पीठ श्री बरसाना को फूलों और गुब्बारों से सजाया जाएगा। खिलौने,फलों की उछाल होगी। कथा नौ जनवरी तक प्रतिदिन दोपहर डेढ़ से शाम पांच तक होगी।