जयपुर। विश्व महिला दिवस के उपलक्ष में आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में रविवार को सुबह नौ से ग्यारह बजे तक नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष आहुतियां दी। नारी की गरिमा बढ़ाने का आचार्य पीठ से आह्वान किया । मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में होने महायज्ञ को गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के विद्वानों की टोली ने संपन्न कराया ।
ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि गायत्री महायज्ञ में कोई भी शामिल हो सकता है। गोविंद देवजी, वेदमाता गायत्री और गुरू सत्ता का सोडशोपचार पूजन कर अग्नि प्रज्जवलन कर यज्ञ देवता को आहुतियां प्रदान की गई।महायज्ञ गायत्री एवं महामृत्युंज महामंत्र के अलावा सूर्य, रूद्र, शिव, नवग्रह मंत्रों से भी आहुतियां प्रदान की गई। जिन श्रद्धालुओं का दो मार्च को जन्मदिन और विवाह दिवस है उनके उज्जवल भविष्य के लिए विशेष आहुतियां प्रदान की गई।
रोग मुक्ति की कामना के साथ सूर्य गायत्री मंत्र से आहुतियां प्रदान की गई। कुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों की आत्मशांति के लिए यम गायत्री मंत्र से विशेष आहुतियां प्रदान की गई तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ सूर्य गायत्री मंत्र से आहुतियां प्रदान की गई। हवन के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से विशेष हवन सामग्री मंगवाई गई । इसमें चालीस से अधिक जड़ी बूटियां हैं। इस मौके पर प्रेरणादायी पुस्तकों की स्टॉल भी लगाई गई।जो यहां लागत दर पर पुस्तकें उपलब्ध रहीं।
लगाई जाएगी आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी का प्रदर्शनी
कई गर्भवती महिलाएं भी यज्ञ में शामिल हुई। उनके गर्भस्थ शिशु के सर्वांगीण विकास के लिए विशिष्ट मंत्रों से खीर से विशेष आहुतियां प्रदान की गई। तीन से पांच माह की गर्भवती महिलाएं यज्ञ में शामिल हुई । उनका गर्भोत्सव संस्कार कराया गया । जो पूरी तरह निशुल्क था। इस मौके पर आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी अभियान की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें बताया जाएगा कि यदि मां चाहे तो मनचाही संतान पैदा कर सकती है।