जयपुर। नगर निगम ग्रेटर की अग्निशमन शाखा द्वारा दिपावली पर्व पर की जाने वाली आतिशबाजी के दौरान सावधानी बरतने के लिये दिशा-निर्देश जारी किये गये है। नगर निगम ग्रेटर आयुक्त रूकमणि रियाड़ ने बताया कि रोशनी के पर्व दीपोत्सव को आतिशबाजी एवं दीप जलाकर खुशियों के साथ मनाया जाता है। खुशियों के इस पर्व पर कोई अनहोनी घटना ना हो इसलिये अग्निशमन शाखा की टीम को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी गौत्तम लाल ने बताया कि दिपावली के पर्व पर आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये टीम तैनात की गई है। सभी फायर स्टेशन पर गमबूट, हेलमेट, दूसरे अन्य सुरक्षा उपकरण सुनिश्चित कर लिये गये है। इसके साथ ही 8 फायर स्टेशन, विश्वकर्मा, झोटवाड़ा, बिन्दायका, 22 गोदाम, मालवीय नगर, मानसरोवर, सीतापुरा आदि फायर स्टेशनों पर फायर व्हीकल तैनात रहेगे। आमजन से अपील है कि पटाखें छोड़ते समय बच्चों के साथ बड़े मौजूद रहे, पानी व मिट्टी की बाल्टी भी साथ रखे।
आतिशबाजी के समय ध्यान में रखे जानी वाली सावधानियांः-
- पटाखे चलाते समय हमेशा एक बाल्टी पानी और थोड़ा सा रेत पास रखे।
- प्रयोग में लाए जा चकरी/बुझ चुकी फुलझड़िया रॉकेट जैसी आतिशबाजी सामग्री को हमेशा ही पानी की बाल्टी या सुखी रेत में डाल दे।
- थोडी दूर से और अपने चेहरे को अलग हटाकर पटाखे जलाए।
- उड़ते हुए पटाखों को घर के भीतर आने से रोकने के लिए अपने घर की खिडकियों और दरवाजो को ठीक से बन्द करें।
- केवल मानक तरीके से बनाए गये पटाखो का उपयोग करें।
- बच्चे जब पटाखे चलाये जब किसी बडे़ का वहॉ उपस्थित रहना आवश्यक है।
- खुले मैदान और खुले स्थानों पर पटाखे चलाना सुरक्षित है, घास फूस से बने घरों और घास-फूस के ढेर के पास रॉकेट, फ्लॉवर पॉट और अन्य हवाईयों वाले पटाखे नही छोड़ने चाहिए।
- फुलझड़ी जैसे पटाखे शरीर से अलग हटकर जलाना चाहिए।
- पटाखे चलाते समय कसे हुये सुती वस्त्र पहने। सुरक्षा के लिए जूता, चश्मा पहने।
- पटाखे चलाते समय बड़े लोगों द्वारा बच्चे का ध्यान रखा जाए।
- यदि दुर्घटनावश यदि आप जल जाये तो जले हुये स्थान पर तब तक ठंडा पानी डालते रहिए जब तक दर्द कम नहीं हो जाये और डॉक्टर को दिखवाये।
- जरूरत पड़ने पर स्थानीय फायर बिग्रेड की सहायता ले।
- किसी समझदार व्यक्ति की अनुपस्थिति में बच्चों को कभी पटाखे नही जलाने दे।
- अधजले पटाखे को दुबारा से कभी नही जलाये।
- मकान के बिल्कुल सटकर पटाखे नही जलाये।
- फर्श पर या पटाखे के समीप जलते तेल के दीये, अगरबत्ती या मोमबत्ती कभी नही छोडे़।
- घर के अन्दर कभी भी पटाखे नही चलाने दे।
- खतरनाक और तेज आवाज करने वाले पटाखों के पास कभी भी बच्चों को नही जाने दे।
- संकरी जगह पर रॉकेट नही चलाए।
आपातकालीन स्थिति में इस नंबर पर करे फोन
शांत रहे/शीघ्रता करें। ‘‘देर ना करे-सभी को बाहर निकाल दे’’ बाहर निकल/बाहर रहे। बाहर निकलते ही आपातकालीन सेवा नजदीक के फायर बिग्रेड को बुलाये।
आपातकालीन फोन नम्बर वी.के.आई0 फायर कन्ट्रोल रूम नम्बरः- 0141-2332573 - विश्वकर्मा (कन्ट्रोल रूम) अग्निशमन केन्द्रः- 0141-2332573, 2330080
- झोटवाडा अग्निशमन केन्द्रः- 0141-2348852
- बिन्दायका अग्निशमन केन्द्रः- 0141-2240100
- 22 गोदाम अग्निशमन केन्द्रः- 0141-2211258, 2210093
- मालवीय नगर अग्निशमन केन्द्रः- 0141-5132101, 2755930, 8764880030
- मानसरोवर अग्निशमन केन्द्रः- 0141-2395566, 8764879778
- सीतापुरा अग्निशमन केन्द्रः- 8764879779
- अप्रैल पार्क अग्निशमन केन्द्रः- 8764880100 पर फोन करें। बातचीत धीमी और स्पष्ट आवाज में करें। पुरा पता बताए।