जयपुर। एपीजे अब्दुल कलाम राजकीय कन्या महाविद्यालय गंगापोल जयपुर एवं भारत सरकार के एमएसएमई विकास कार्यालय जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय प्रांगण में एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर हेमन्त पारीक ने की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय उद्यमिता, नवाचार और स्टार्टअप का युग है। उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार अपने कौशल को सुदृढ़ करें और उद्यमिता को अपनाकर आत्मनिर्भर बनें।
एमएसएमई विकास कार्यालय के सहायक निदेशक गिरीश कुमार शर्मा ने छात्राओं को भारत सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जयपुर, अभिषेक सिद्धा ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए उपलब्ध छात्रवृत्तियों और व्यावसायिक ऋण योजनाओं पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर जयपुर जिला लीड बैंक के डिप्टी मैनेजर श्रीराम मीणा और पंजाब नेशनल बैंक के सुनील सैनी ने बैंकिंग क्षेत्र में जागरूकता के महत्व पर चर्चा की और छात्राओं को बैंकों के साथ व्यवहारिक संबंध स्थापित करने की दिशा में उपयोगी सुझाव दिए।
कार्यक्रम में वरिष्ठ विशेषज्ञ भारत पोद्दार (एफएलसी) ने भारत सरकार के विभिन्न पोर्टलों के माध्यम से महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं और पुनः ऋण योजनाओं के उपयोग की विधि पर चर्चा की।
डॉ. गफ्फार अली खान, जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय ने अल्पसंख्यक विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी के साथ छात्राओं को पैम्फलेट किट उपलब्ध कराई और उनकी शंकाओं का समाधान किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ द्वारा महिला नीति के अंतर्गत किया गया।
खुले सत्र में प्रोफेसर अनुपम जौहरी, अनीता कटारा, डॉ. राजकुमार बैरवा, डॉ. दिलीप पवार और डॉ. बचन सिंह ने चर्चा में भाग लिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की सैकड़ों छात्राओं ने भाग लेकर विभिन्न योजनाओं और उद्यमिता के अवसरों का लाभ उठाया।