जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार के वेदना निवारण केंद्र के तत्वावधान में में ऑन लाइन यज्ञ का आयोजन प्रत्येक पूर्णिमा तिथि को किया जा रहा है। प्रत्येक माह की पूर्णिमा को ऑन लाइन यज्ञ के श्रृंखला के तहत 25 जनवरी गुरूवार की पूर्णिमा को ऑन लाइन यज्ञ किया जाएगा।
दैनिक यज्ञ के नाम लिंक पर करें क्लीक
अखिल विश्व गायत्री परिवार ने जूम और यू टूयुब पर दैनिक यज्ञ के नाम से एक लिंक जारी किया है। जिसमें प्रत्येक पूर्णिमा को प्रात साढ़े सात बजे यज्ञ की शुरूआत की जाएगी। इस लिंक के माध्यम से हर कोई घर बैठे ऑन लाइन यज्ञ कर सकता है।
इस तरह करें ऑन लाइन यज्ञ
ऑन लाइन यज्ञ में रोली -मौली ,5 सुपारी, चावल ,नारियल ,माचिस ,रूई की बत्ती,गाय का घी ,फूल माला,फूल,मिठाई ,खीर,केला ,कपूर ,पान के पत्ते,पीला कपड़ा,अगरबत्ती ,जनेऊ, हवन सामग्री ,मीठे मखाने ले ।
जिसके पश्वात गायत्री माता ,गुरूदेव की तस्वीर या अन्य आस्था के अनुसार उनकी तस्वीर सामने रखे । हवन कुंड या परात में मिट्टी डालकर वेदी बना ले ।जिसके पश्चात हल्दी रोली की मदद से रंगोली बना कर सजा ले ।
चौकी पर पीला कपड़ा बिछा कर उस पर भगवान के चित्र रखे दे ।दांयाी साइड में एक लोटा लेकर उसमें जल भरकर अशोक के पत्ते लगा कर नारियल जटा वाला तिलक ,कलावा बंधन कर रख दे ।बाई साइड में एक घी का दीपक जला दे। एक थाली में रोली,मोली,चावल ,पुष्प कपूर,मिष्ठान ,सुपानी, पान आदि सामग्री रख कर एक कटोर में घी व एक में थोड़ा पानी भर कर रख ले। जिसके पश्चात पवित्रीकरण के लिए पांच कटोरियों में जल भर कर एक छोटा चम्मच रख ले किसी भी पात्र में हवन सामग्री भर कर रख ले। इसी दौरान एक थाली में दीपक रखकर आरती की तैयारी कर ले।