जयपुर। यज्ञ का ज्ञान विज्ञान जन-जन तक पहुंचाने के लिए रविवार को आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में निशुल्क पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में किया गया। मंदिर के सेवा अधिकारी मानस गोस्वामी ने वेदमाता मां गायत्री, गोविंद देव जी, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य, वंदनीय माताजी भगवती देवी शर्मा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर यज्ञ का विधिवत शुभारंभ कर कहा कि यज्ञ संसार का सर्वश्रेष्ठ कार्य है । वेद में लिखा है यज्ञ में अर्पित की गई आहुतियां भगवान तक पहुंचती है। यज्ञ का प्रसाद प्राप्त कर ही भगवान मनुष्यों को आशीर्वाद देने में सक्षम होते हैं।
यज्ञ गायत्री महामंत्र के साथ हो तो वह कई गुना अधिक लाभ देता है। मंदिर में गोविंद भक्तों को हर रविवार को यज्ञ करने का अवसर प्राप्त होगा। अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ उठाना चाहिए। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के दिनेश आचार्य, डॉ अजय भारद्वाज दिनेश भारद्वाज की टोली वैदिक विधि से यज्ञ संपन्न कराया। ज्यादा से ज्यादा लोग यज्ञ में आहुतियां अर्पित कर सकें इसलिए यज्ञ पूरी तरह निशुल्क रखा गया। किसी प्रकार के पंजीयन और टोकन की व्यवस्था नहीं की गई। ऐसे में पांच पारियों में ढाई सौ से अधिक श्रद्धालुओं ने गायत्री एवं महामृत्युंजय मंत्र के साथ यज्ञ देवता को आहुतियां अर्पित की।
दिनेश आचार्य ने गुरु महिमा , गायत्री वंदना सहित अनेक प्रज्ञा गीतों की सरस प्रस्तुतियां देखकर माहौल को सरस बना दिया। डॉ अजय भारद्वाज ने कहा कि यज्ञ भारतीय संस्कृति का पिता और गायत्री भारतीय संस्कृति की माता है। यज्ञ सत कर्म है और गायत्री सद्ज्ञान है । हमें इन दोनों का अवलंबन करके सभी तरह की उन्नति प्राप्त करनी चाहिए। इस मौके पर विष्णु गायत्री, कृष्ण गायत्री और राधा गायत्री मंत्र से विशेष आहुतियां भी प्रदान की गई । एक बुराई छोडऩे और एक अच्छाई ग्रहण करने के संकल्प के साथ पूर्णाहुति करवाई गई। लोगों ने यज्ञ के पूर्णाहुति के रूप में बच्चों से मोबाइल का सीमित उपयोग करवाने , जन्मदिन भारतीय संस्कृति के अनुसार मनाने और व्यसन छोड़ने का संकल्प लिया । श्रद्धालुओं को यज्ञ के ज्ञान प्रसाद के रूप में श्रेष्ठ साहित्य भेंट किया गया।
राष्ट्र निर्माण में जुटा है गायत्री परिवार : गोपाल शर्मा
यज्ञ में शामिल हुए सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि गायत्री परिवार ने यज्ञ को आंदोलन का रूप लेकर राष्ट्र निर्माण का बहुत बड़ा कार्य हाथ में ले रखा है। गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के पद चिह्न पर चलते हुए गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ चिन्मय पंड्या के निर्देशन में हम सभी को गायत्री रूपी ज्ञान गंगा को घर घर पहुंचाना चाहिए। हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि गायत्री देवों की मां है । गायत्री मंत्र का जाप करने से सभी देवी देवताओं की साधना हो जाती है इसलिए अधिक से अधिक संख्या में गायत्री महामंत्र का जाप करना चाहिए। इससे बुद्धि निर्मल होती है।
परिवार निर्माण से होगा राष्ट्र निर्माण
गायत्री परिवार राजस्थान के समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल ने दोनों विधायकों को दुपट्टा धारण कराकर सम्मान किया। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार देश भर में 24000 से अधिक शक्तिपीठ, प्रज्ञा पीठों के माध्यम से व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण , समाज निर्माण और राष्ट्र निर्माण में जुटा हुआ है। राष्ट्र का निर्माण करने से पहले व्यक्ति और परिवार का निर्माण करना होगा।।गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के सह व्यवस्थापक मणि शंकर चौधरी ने कहा जयपुर स्थित सभी प्रज्ञा केंद्रों पर गायत्री यज्ञ और सभी तरह के संस्कार निशुल्क कराए जाते हैं। आम जनता को इसका लाभ उठाना चाहिए। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के व्यवस्थापक सोहन लाल शर्मा ने बताया आगामी रविवार 12 जनवरी को गोविंद देव जी मंदिर में नौ कुंडीय निशुल्क गायत्री महायज्ञ होगा।