जयपुर। जनकपुरी ज्योतिनगर जैन मंदिर में रविवार से दस लक्षण महापर्व महोत्सव भक्ति भाव के साथ शुरू हुआ । प्रबन्ध समिति अध्यक्ष पदम जैन बिलाला ने बताया कि प्रातः भगवान आदिनाथ की अष्ट धातु की प्रतिमा को विधान मण्डल पाण्डुशीला पर विराजित कर मंगल भावनाओं के साथ विश्व शान्ति हेतु बीजाक्षर युक्त शान्तिधारा की गई । विधान पर शान्तिधारा करने का सोभाग्य सुनील अलका साक्ष्य सेठी परिवार को व नितिन पांड्या परिवार को तथा वेदी पर आदिश आदित बिलाला व महावीर कांता पाटनी को मिला।
इसके बाद नित्य पूजन करके जहाज़पुर प्रणेत्री गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी रचित दशलक्षण विधान पूजन शिखर चन्द किरण जैन द्वारा साज बाज के साथ अर्थ समझाते हुए कराया गया । जनकपुरी में चावल से बहुत ही सुंदर रंगीन कलात्मक विधान मण्डल तैयार किया गया है।
मण्डल पर चतुष्कोणों में मंगल कलश आठ सौभाग्यशाली महिलाओं ने तथा मुख्य कलश प्रमोद स्वेता बडजात्या ने स्थापित किया साथ ही अखंड ज्योति प्रकाश बिना गंगवाल ने प्रज्वलित की। दिन में तत्वार्थ सूत्र का वाचन हुआ तथा शाम को आरती व रिद्धि मन्त्र युक्त ध्यान का आयोजन हुआ।