जयपुर। वर्षों से लगातार जारी भारतीय संस्कृति व सनातन जागृति महा अभियान के अंतर्गत भारतीय संस्कृति व सनातन सार्वभौम महासभा श्री दिव्य शिव शक्ति पीठ की सहभागिता से महाकुंभ 2025 प्रयागराज में लगाएं जा रहे “सनातन सेवा शिविर “ का रवानगी उत्सव व पोष बड़ा महोत्सव नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी को पोष बड़ा भोग व विशेष पूजन आरती के साथ 6 जनवरी को सुबह 10 बजे पूजन अनुष्ठान के साधक पंडित योगेंद्र कुमार दाधीच की मंगल उपस्थिति में पुजारीगण द्वारा नगर सेठ को अर्पित होगा। जिसकी प्रसादी सभी उपस्थित भक्तों को सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित माँ सरस्वती की तस्वीर के साथ वितरित होगी ।
सनातन सेवा शिविर में प्रदेश व देश के 108 मंदिरों की प्रतीक ध्वजाए फहराएगी सुसज्जित शिविर में राजस्थान वासियो की मानवीय मूल्यों, राष्ट्रीय व सनातन के प्रति सेवा भाव के प्रतीक के रूप में “सनातन सेवा शिविर “होगा।
महाकुंभ 2025 प्रयागराज में सनातन सेवा शिविर राजस्थान प्रदेश वासियो की राष्ट्रीय सेवा ,आध्यात्म ,सनातन व सांस्कृतिक परम्परा के आदर्शों के प्रतीक के रूप में होते हुवे राजस्थान वासियो के साथ साथ देश भर से आने वाले सभी सनातन भक्तों की आवास भोजन आध्यात्मिक अनुष्ठानों के साथ निस्वार्थ भाव से पूरे महाकुंभ समय तक सेवाए देगा ।
“सनातन सेवा शिविर “
आमजन का आमजन के लिए खाश व उचित व्यवस्थाओं के साथ आध्यात्मिक अनुष्ठानों , पूजन , सनातन परम्परा के विशुद्ध वातावरण के साथ होगा । शिविर 12 जनवरी 2025 से 27 फ़रवरी 2025 तक लगेगा व्यवस्था व सुविधा के लिये पूर्व पंजीकरण जारी हे परिचय व प्रवेश कार्ड जारी किए जा रहे हे ।
सनातन सेवा शिविर में आवास , भोजन , सत्संग , कथा ,यज्ञ मण्डप आध्यात्मिक पूजन कर्म कांड पांडाल , संतों के भंडारे के साथ रज़ाई बिस्तर गर्म पानी आदि की समुचित व्यवस्था होगी सुविधा हेतु पूर्व पंजीकरण कराना होगा ।
पूजन अनुष्ठान के प्रभारी शंकर लाल जोशी ने बताया कि पंडित दाधीच के 42 वे पूजन अनुष्ठान में चातुर्मास पूजन के अनुष्ठान विशेष रहे विभिन्न देवचित्रों की तस्वीरो को दिव्य व विशेष अनुष्ठान में सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित करवा करके नि शुल्क रूप से सभी सनातन भक्तों को पूजन हेतु भेंट किया जाना देश भर का एकमात्र अनुष्ठान रहा है इस अनुष्ठान में अभिमंत्रित देव चित्रों की घरों में नित्य प्रतिदिन पूजा करना शास्त्रोक्त विधान अनुसार विशेष है पंडित दाधीच के चातुर्मास पूजन अनुष्ठान सनातन संस्कृति में सभी के लिए अनुकरणीय है। अभिमंत्रित देवचित्रों को कुंभ मेले में आने वाले सनातन भक्तों को भी निःशुल्क रूप से वितरित किया जायेगा । पूजन अनुष्ठान के आगामी अनुष्ठानों में सभी की सहभागिता का आह्वान किया गया ।