जयपुर। पौष पूर्णिमा सोमवार को रवियोग और कुमार योग में मनाई गई। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में ठाकुरजी का कुंभ जल से स्नान कराकर पंचामृत से अभिषेक किया गया। नवीन धवल पोशाक धारण कराई गई। सफेद फूलों और आभूषणों से श्रृंगार किया गया। खीरसा और मावे की बर्फी का विशेष भोग लगाया गया। पूर्णिमा की झांकी के दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे।
राधा सरस बिहारी का ऋतु पुष्पों से श्रृंगार:
शुक संप्रदाय की प्रधान पीठ श्री सरस निकुंज में अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार का पंचामृत अभिषेक कर धवल पोशाक धारण कराकर फूलों से मनोरम श्रृंगार किया गया। ऋतु पुष्पों से श्रृंगार कर सुंदर झांकी सजाई गई। श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने पूर्णिमा के पदों का गायन किया।
यहां भी हुए आयोजन:
चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी, पुरानी बस्ती के गोपीनाथ जी, रामगंज बाजार के लाड़लीजी सहित अनेक मंदिरों में भी पूर्णिमा उत्सव धूमधाम से मनाया गया। रामगंज बाजार के कांवटियों का खुर्रा स्थित श्री श्याम प्राचीन मंदिर में महंत पं. लोकेश मिश्रा के सान्निध्य में पूर्णिमा संकीर्तन किया गया। इस मौके पर श्याम प्रभु का मनमोहक श्रृंगार कर पौष बड़ों का भोग लगाया गया। कुंज बिहारी अग्रवाल, अशोक मिश्रा, बाबूलाल गुड़वाले सहित अन्य ने सेवाएं दीं। हरिओम जन सेवा समिति की ओर से विद्याधरनगर में जरुरतमंदों को निशुल्क दूध का वितरण किया गया।
माघ स्नान शुरू:
पौष पूर्णिमा के साथ माघ स्नान प्रारंभ हो गया। पूरे माघ माह में श्रद्धालु पवित्र नदियों-सरोवर के जल में स्नान करेंगे। जयपुर के श्रद्धालु गलताजी में आस्था की डुबकी लगाएंगे।