मुंबई। डीएसपी पेंशन फंड मैनेजर्स ने अपनी रिपोर्ट में भारत में पेंशन प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) में उल्लेखनीय वृद्धि की भविष्यवाणी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक कुल एयूएम118 ट्रिलियन रुपये तक वृध्दी का अनुमान लगाया है और जिसमें राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) का योगदान कुल राशी के लगभग 25 प्रतिशत होगा। यह वृद्धि भारत की बढ़ती जनसंख्या और उसके परिणामस्वरूप होने वाले प्रभावों के आधार पर अनुमानित की गई है।
भारत में वृद्धोंकी आबादी 2050 तक 2.5 गुना बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, सेवानिवृत्ति के बाद जीवन प्रत्याशा औसतन 20 वर्ष तक बढ़ जाएगी। वर्तमान में भारत में पेंशन बाजार का ज्यादा विस्तार नहीं हुआ है। इस बाजार का वर्तमान आकार देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का मात्र 3 प्रतिशत है। सेवानिवृत्ति बचत अंतर में प्रति वर्ष 10 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है और जो 2050 तक अनुमानतः 96 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। चूंकि पिछले दशक में नकदी और बैंक जमा पर भारतीयों की निर्भरता 62 प्रतिशत से घटकर 44 प्रतिशत हो गई है। इससे ये सुचित होता है की भारत में रिटेल निवेशक तेजी से पारंपरिक बचत विधियों से बाजार से जुड़े निवेश साधनों की ओर बढ़ रहे हैं।
पिछले पांच वर्षों में, एनपीएस के निजी क्षेत्र के एयूएम में 26.8 प्रतिशत की उल्लेखनीय दर से वार्षिक वृद्धि हुई है, जो 84,814 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,78,102 करोड़ रुपये हो गयी है। वित्तीय वर्ष 2020 से 2024 तक नए पंजीकरणों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसमें पुरुष सदस्यों में 65 प्रतिशत और महिला सदस्यों में 119 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सितंबर 2024 में शुरू की गई एनपीएस वात्सल्य योजना को शानदार प्रतिसाद मिला है। इस योजना से 86,000 से अधिक सदस्य जुड़े हैं।
भविष्य की ओर देखते हुए, एनपीएस में निजी क्षेत्र की एयूएम अगले पांच वर्षों में 1.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों के साथ 9,12,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। सरकार द्वारा लागू किए जा रहे कर सुधार, पुरानी और नई कर व्यवस्थाओं में एनपीएस को शामिल करना, एनपीएस वात्सल्य में योगदान करने वाले माता-पिता के लिए कर रियायत लाभ, सरकारी कर्मचारियों द्वारा निजी क्षेत्र के फंड प्रबंधकों के मार्गदर्शन को स्वीकार करना, युवा पीढ़ी (20-30 आयु वर्ग) द्वारा एनपीएस के प्रति बढ़ती प्राथमिकता, और फंड प्रबंधन में प्रौद्योगिकी और एआई का एकीकरण इस वृद्धि के पीछे प्रमुख कारक रहे हैं।
रिपोर्ट के बारे में टिप्पणी करते हुए डीएसपी पेंशन फंड मैनेजर्स के सीईओ राहुल भगत ने कहा, “हमारा दृढ़ विश्वास है कि भारत में पेंशन बाजार तेजी से विकास के कगार पर है। सही नीतियों और बढ़ती जागरूकता के साथ, इस बाजार में नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण मूल्य अनलॉक करने की क्षमता है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि हमारी मजबूत निवेश प्रक्रिया हमें इस क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने में मदद करेगी। हमें उम्मीद है कि अगले 5 वर्षों में हम इस उद्योग में शीर्ष 5 कंपनियों में शामिल हो जाएंगे। हमने जो अनुमान व्यक्त किए हैं, वे दीर्घकालिक सेवानिवृत्ति योजना के महत्व और वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने में एनपीएस की भूमिका पर प्रकाश डालते हैं।”