जयपुर। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन महीने की शुरुआत हो गई। फाल्गुन मास सोमवार 25 मार्च तक रहेगा। इस पूरे महीने महाशिवरात्रि से लेकर होली तक कई प्रमुख त्यौहार मनाए जाएंगे। इसके अलावा फाल्गुन माह में भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने का विशेष फलदायी माना गया है। फाल्गुन माह में तीन स्वरूपों बाल कृष्ण ,युवा कृष्ण और गुरू कृष्ण की पूजा की जाती है। फाल्गुन मास के बाद चैत्र महीना आता है ,जिससे हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माघ महीने की तरह की फाल्गुन मास का भी विशेष धार्मिक महत्व है।इस हिंदी महीने के अनुसार भगवान विष्णु की आराधना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है,साथ ही कई तरह के सुगंधित फूलों से श्रीकृष्ण की आराधना करने का विधान बताया गया है। इस माह में श्री कृष्ण की पूजा करने से समृद्धि और सुख में बढौतरी होती है। इन दिनों शंख में सुगंधित जल और दूध से भगवान विष्णु का अभिषेक करने से हर तरह के पाप का नाश होता है। भगवान श्री कृष्ण को माखन-मिश्री का नैवेद्य लगाने से आरोग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
इस महीने में होंगे ये त्यौहार
फाल्गुन महीने में 28 फरवरी और चतुर्थी के शुभ संयोग गणेश पूजन और संकष्टी व्रत किया जाएगा। 3 मार्च रविवार और सप्तमी के संयोग में सूर्य पूजा और भानू सप्तमी व्रत किया जाता है।इस के बाद 6 मार्च को विजया एकादशी व्रत रहेंगा। 8 मार्च को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी ।10 मार्च को फाल्गुनी अमावस्या और 12 मार्च को फुलेरा दूज मनाई जाएगी। 14 मार्च को मीन संक्रांति और 20 मार्च को आमलकी एकादशी रहेगी । इसे रंगभरी ग्यारस भी कहा जाता है। 24 और 25 मार्च को फाल्गुन महीने की पूर्णिमा रहेगी ,जिसके दो तक तिथि होने के इस बार कुछ जगहों पर होलिका दहन 24 को तो कहीं 25 को होगा।