September 8, 2024, 5:31 am
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लोकसभा आम चुनाव: फेक न्यूज एवं भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस कर रही सख्त कार्रवाई

जयपुर। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के क्रम में निर्वाचन विभाग की ओर से सोशल मीडिया पर राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग रखी जाए।  गुप्ता ने गुरुवार को जयपुर में  वीडियो कॉन्फ्रेंस से प्रदेश के सभी जिलों के जिला पुलिस अधीक्षक तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के जिला अधिकारियों (पीआरओ) एवं जयपुर और जोधपुर के पुलिस उपायुक्तों की वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) में अब तक की प्रगति की समीक्षा की।
पुलिस मुख्यालय से राजस्थान पुलिस के महानिरीक्षक, पुलिस, एससीआरबी  शरत कविराज ने  कहा कि लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सोशल मीडिया पर प्रभावी निगरानी रखी जा रही है, साथ ही सोशल मीडिया पर फेक न्यूज एवं भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा एक्शन भी लिया जा रहा है।  कविराज ने बताया कि राज्य स्तरीय मीडिया मॉनिटरिंग कमेटी की अनुशंसा पर अब तक 7 भ्रामक एवं विवादास्पद पोस्ट हटाए गए हैं। कविराज ने बताया कि बालोतरा में सोशल मीडिया पर फेक न्यूज एवं भ्रामक जानकारी फैलाने वाले 1 व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया  है।  

वीसी के दौरान  कविराज ने जिलों के अधिकारियों से कहा कि सोशल मीडिया पर चुनावों से सम्बंधित किसी भी प्रकार की ऐसी असामान्य पोस्ट जो भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग, राजस्थान द्वारा जारी गाइडलाइन के उल्लंघन कर रही हो, उसका त्वरित संज्ञान लेते हुए निर्धारित प्रक्रिया के तहत सम्बंधित स्तर पर रिपोर्ट करे, जिससे उस पर एक्शन लिया जा सके। उन्होंने कहा कि लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के उम्मीदवारों के ऑफिशियल हैंडल्स के अलावा इंफ्लएंसर्स के सोशल मीडिया अकाऊंटस पर विशेष नजर रखी जाए, वहीं कमेंट्स को भी बराबर वॉच किया जाए।

भारत निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव से सम्बंधित प्रचार-प्रसार कार्यो में बच्चों और जानवरों के उपयोग को पूरी तरह निषेध किया गया है। अगर किसी भी जिले में इस गाइडलाइन का उल्लंघन हो तो ऐसे प्रकरणों की भी तत्काल रिपोर्ट दी जाए।

वीसी से जुड़े जिलों के पुलिस अधिकारियों तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उनके यहां वाट्सएप ग्रुप, हैल्पलाइन नम्बर, पुलिस मित्र, सुरक्षा सखी, बीट अधिकारी, शांति समिति, सीएलजी, साइबर सैल, बीट अधिकारी, आसूचना अधिकारी और ग्राम रक्षकों जैसे समूहों के साथ समन्वय से सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग की जा रही है। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारियों के निर्देशन में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के जिला अधिकारी भी अपने कार्यालयों में गठित समितियों के माध्यम से सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर निगाह रख रहे है। पुलिस विभाग के अधिकारियों और जिला पीआरओ द्वारा आपसी समन्वय से सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा रहा है।

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