जयपुर। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय में पुलिस ने गुरुवार को जिस तरह से छात्रों पर लाठीचार्ज किया है वह बर्दाश्त के बाहर है। पुलिस को यह समझना पड़ेगा कि छात्र संघ चुनाव छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार है। यदि छात्र विधानसभा की ओर आगे बढ़ रहे थे तो विधानसभा पर प्रदर्शन करना छात्रों का अधिकार है। जिस तरह से पुलिस ने छात्रों के कपड़े फाड़ कर उन्हें बहरेमी से पीटा गया। ऐसे समय में जब विधानसभा चल रही ह। तब प्रदेश के सबसे बड़े विश्वविद्यालय में पुलिस छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रही थी। इसी विश्वविद्यालय में हम लोग भी पढ़े हैं,छात्र राजनीति भी की है।
लेकिन इस कदर पुलिस परिसर के अंदर घुसकर छात्रों पर ऐसे लाठियां बरसा रही थी। जैसे सामने आतंकवादी खड़े हैं, यह छात्र आतंकवादी नहीं है, यह भारत के भविष्य के निर्माता है, हम सभी यहीं से निकले हैं,पुलिस को और राजस्थान सरकार को यह समझ लेना चाहिए। यदि छात्रों पर इसी तरह जुल्म होता रहा तो जयपुर के लोग और हम भी सड़कों पर उतरेंगे। इस तरह का जुल्म बर्दाश्त के बाहर है। यह लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी की नहीं है। विश्वविद्यालय राजनीतिक अखाड़ा भी नहीं है।
यदि छात्र संघ चुनाव होते हैं तो आज तक सबसे ज्यादा छात्र संघ चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ही जीते हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री को बुलाकर छात्रों से बात करके छात्रसंघ चुनाव की घोषणा करनी चाहिए। हमारी कांग्रेस सरकार के समय विधानसभा चुनाव के कारण छात्र संघ चुनाव एक वर्ष के लिए रोके गए थे। अब विधानसभा चुनाव भी हो गए हैं इसलिए छात्र संघ चुनाव रोकने का कोई कारण नहीं बनता। खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान सरकार को छात्रों को बुलाकर छात्रसंघ चुनाव की घोषणा करके छात्र शक्ति को सम्मान देना चाहिए।