नई दिल्ली । एलुमनी कनेक्ट 2024 का आयोजन प्रोजेक्ट अंबर (Accelerated Mission for Better Employment and Retention) कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और जेनरेशन इंडिया फाउंडेशन (जीआईएफ) की एक संयुक्त पहल के तहत राजधानी जयपुर के वैशाली नगर में स्थित भारतम ऑडिटोरियम में किया गया। प्रोजेक्ट अंबर आजीविका संवर्धन के लिए कौशल अधिग्रहण और नॉलेज अवेयरनेस (“संकल्प”) कार्यक्रम के तहत एमएसडीई द्वारा सह-वित्त पोषित काय्रक्रम है, जो विश्व बैंक और प्राइवेट चैरिटी से लोन एसिसटेंस के साथ एमएसडीई का एक कार्यक्रम है।
एलुमनी कनेक्ट में प्रोजेक्ट अंबर की महत्वपूर्ण प्रगति और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया जिसमें सिस्टम की संपूर्ण क्षमता को बढ़ाकर बेहतर प्लेसमेंट और रिटेंशन परिणाम हासिल करने के अपने शुरुआती लक्ष्य पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में राजस्थान राज्य के 350 से अधिक अंबर पूर्व छात्रों ने भाग लियामंच पर कई शिक्षार्थियों (लर्नर्स) की उपस्थिति देखी गई। कार्यक्रम में राजस्थान के मौजूदा जानेमाने ब्रांड्स टाटा ट्रेंट – ज़ुडियो, आईनॉक्स इंडिया, जस्ट डायल प्राइवेट लिमिटेड समेत सिनेपोलिस में प्लेसमेंट हासिल किया। उन्होंने मंच पर अपनी प्रेरणादायक सफलता के अनुभव साझा किए।
उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट अंबर के शानदार परिणाम सामने आए और इसके उन्होंने जीवंत उदाहरण भी पेश किए। जयपुर के एक सेंटर से अंबर कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम से स्नातक, हिमांशु जांगडीड ने बताया कि, “प्रोजेक्ट अंबर के माध्यम से, मैंने कौशल हासिल किया। इस प्रोजेक्ट से न केवल मेरे करियर में सुधार हुआ बल्कि मेरे और मेरे परिवार के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए। अंबर रिटेल सेल्स एसोसिएट प्रोग्राम से एक अन्य स्नातक, खुशी ढांका ने कहा, “मैं प्रोजेक्ट अंबर के माध्यम से मिले रोजगार के अवसर से खुश हूं। सबसे अधिक मुझे आत्मनिर्भरत के साथ फाइनेंशियली मजबूती और स्वतंत्रता मिली है जिस पर मुझे गर्व है।”
कार्यक्रम के दौरान, एक सर्टिफिकेट सेरेमनी आयोजित कर अंबर के पूर्व छात्रों और ट्रेनिंग पार्टनर का असाधारण उपलब्धियों के लिए उनका सम्मान किया गया। इस अवसर पर कई शिक्षार्थियों और ट्रेनिंग एसोसिएट को मान्यता के साथ सर्टिफिकेट प्रदान किए गए । जो प्रोजेक्ट अंबर की सफलता में उनके महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करते हैं। इस सभा ने न केवल प्रोजेक्ट अंबर के पूर्व छात्रों को एक साथ आने के लिए एक मंच प्रदान किया, बल्कि व्यक्तिगत और प्रोफेशनल डवलपमेंट अनुभवों के आदान-प्रदान और नए अवसर तलाशने के लिए सुविधा भी प्रदान की।
जेनरेशन इंडिया फाउंडेशन के सीईओ अरुणेश सिंह ने प्रोजेक्ट अंबर के बारे में विस्तृत रूप से बात करते हुए बताया कि “प्रोजेक्ट अंबर को हम सिर्फ नौकरी के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम की तरह नहीं लेते बल्कि यह करियर और जिंदगी में बदलाव के साथ पॉजिटिविटी लाने का एक मजबूत माध्यम है, जिसके लिए हम पूरी तरह समर्पित हैं यह पहल दिखाती है कि जब विभिन्न समूह में हम एक साझा लक्ष्य के लिए एक साथ आते हैं तो क्या हो सकता है – उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए ऐसा माहौल मिलता है जहां युवा पूरी तरह स्किल में ट्रेन्ड होते हैँ, जेनरेशन की 7-चरणीय कार्यप्रणाली के परिणामस्वरूप प्लेसमेंट और रिटेंशन में मजबूत परिणाम मिलते हैं, जिसका उदाहरण एम्बर प्रोजेक्ट में देखने को मिल रहा है।
प्रोजेक्ट अंबर शिक्षार्थियों पर सकारात्मक प्रभाव कौशल हासिल करने से कहीं आगे तक जाता है। यह साझा अनुभवों का माहौल बनाता है, प्रतिभागियों को सशक्त बनाता है, और उनके जीवन और परिवारों की जिंदगी में बदलावा लाता है। संपूर्ण विकास के लिए प्रोजेक्ट की प्रतिबद्धता यह सुनिश्चित करती है कि प्रतिभागियों को न केवल अपने करियर में सफलता मिले बल्कि वे सकारात्मक बदलावों का भी अनुभव करें जिसकी सफलता के चर्चें हर तरफ गूंजें।