जयपुर। राजस्थान परिवहन निरीक्षक संघ ने 2 फरवरी की रात को धौलपुर जिले में पुलिस अधीक्षक द्वारा वर्दी में निरीक्षकों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने को लेकर कड़ा विरोध जताया है और सोमवार रात 11 बजे से कार्य बहिष्कार करने की घोषणा की है। राजस्थान परिवहन निरीक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक धौलपुर ने परिवहन विभाग के कार्यो में बाधा उत्पन्न करने तथा निरीक्षकों को भयाक्रांत किए जाने को लेकर एक सोची-समझी साजिश रची है।
ये होगा कार्य बहिष्कार का असर
राजस्थान परिवहन निरीक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग राजस्थान का वार्षिक राजस्व लक्ष्य 8 हजार करोड़ है। जिसमें पिछले वर्ष की उपलब्धि 7 हजार करोड़ रही है। इस विभाग की आय के मुख्य स्त्रोतों में चालान एवं प्रवर्तन शुल्क,चालान एवं प्रवर्तन शुल्क,वाहन पंजीकरण शुल्क,ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना एवं परीक्षण शुल्क,नए वाहनों का फिटनेस टेस्ट एवं परमिट फीस रोड टैक्स का संकलन शामिल है।
171 फ्लाइंग स्क्वॉड है कार्यरत
राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि राजस्थान परिवहन विभाग में 171 फ्लाइंग स्क्वॉड कार्यरत है। जो यातायात नियमों का कड़ाई से पालना करवाते है।यदि निरीक्षक कार्य नहीं करेंगे तो प्रतिदिन अनुमानित 5 से 10 करोड़ का राजस्व नुकसान होगा। जिससे परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग को एक बड़े वित्तिय घाटे का सामना करना पड़ेगा। जिससे सरकार को गंभीर क्षति होगी।
सरकार को दी चेतावनी
सोमवार को परिवहन निरीक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त आयुक्त रेनू खंडेलवाल और ओ पी बकर को ज्ञापन सौंपा है। साथ ही उपमुख्यमंत्री डॉ प्रेम चंद बैरवा को भी विधानसभा में प्रतिनिधि के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया है। हालांकि, विधानसभा सत्र देर रात 5 बजे से 8 बजे तक लगातार विस्तारित होने के कारण व्यक्तिगत रूप से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन उप-मुख्यमंत्री, परिवहन सचिव एवं परिवहन विभाग को सूचित कर दिया गया है कि सभी परिवहन निरीक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं।
संघ ने जारी किए आदेश
राजस्थान परिवहन निरीक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी ने आदेश जारी किया है कि सभी निरीक्षक अपने फ्लाइंग स्क्वॉड वाहनों को कार्यालयों में खड़ा करें और विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग टीमें बनाई जाएं ताकि सरकार और जनता को इस कार्य बहिष्कार का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे। हड़ताल के दौरान कोई भी निरीक्षक अपने नियमित कार्यों का निष्पादन नहीं करे।
इसी के साथ उन्होने सरकार से मांग की है कि सरकार तत्काल प्रभाव से धौलपुर जिले के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होने बताया कि यदि सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया तो यह आंदोलन और उग्र होगा और संपूर्ण परिवहन व्यवस्था ठप हो जाएगी।