जयपुर। राजस्थान पुलिस ने अपराधियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रदेशभर में अभियान का आगाज कर दिया है। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा के आदेश पर तीन दिनों तक प्रदेश में अपराधियों-असामाजिक तत्वों के खिलाफ सघन कार्रवाई शुरू की गई है। सभी जिलों की पुलिस टीमें दबिश और धरपकड़ की कार्रवाई कर रही है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन की निगरानी में चलाए जा रहे इस अभियान की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सभी पुलिस महानिरीक्षक (रेंज आईजी) को दी गई है। साथ ही पुलिस अधीक्षक (एसपी) और पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) स्वंय फील्ड में जाकर इस अभियान के तहत कार्रवाई को करवा रहे हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन ने बताया कि आर्म्स,आबकारी व एनडीपीएस एक्ट, हिस्ट्रीशीटर, हार्डकोर, स्थायी वारंटी,इनामी और जघन्य अपराधों में वांछित असामाजिक तत्वों के खिलाफ यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों को फील्ड में जाकर बदमाशों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के वीडियो बनाने के लिए भी कहा गया है। सोशल मीडिया पर गैंगस्टर को लाइक,कमेंट और फॉलो करने वालों के खिलाफ इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस एक्शन लेगी। जिन लोगों को पहले समझाकर छोड़ा गया और वह दोबारा से गैंगस्टर को फॉलो कर रहे हैं। उनके खिलाफ मुकदमे बनाकर कार्रवाई के लिए कहा गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) ने बताया कि सभी पुलिस महानिरीक्षक (रेंज आईजी) को इन बदमाशों को लेकर कार्रवाई के लिए कहा गया है। सभी सभी पुलिस महानिरीक्षक (रेंज आईजी) अभय कमांड रूम में जाकर ऑपरेशन को देख रहे है और इसके बाद सभी रेंज आईजी फीडबैक देंगे कि उनकी रेंज में किस पुलिस अधीक्षक ने कितनी कार्रवाई की है। इसके बाद पुलिस महानिदेशक को तीन दिन तक चलने वाली इस कार्रवाई का फीडबैक दिया जाएगा। बेहतर काम करने वाले पुलिस अधीक्षक को आने वाले समय में इसका फायदा भी मिलेगा।
गौरतलब है कि जयपुर शहर सहित अन्य जिलों से मिले फीडबैक के बाद मुख्यमंत्री भजन लाल ने पुलिस महानिदेशक को कड़े कदम उठाने के लिए कहा था। इस पर पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस महानिरीक्षक (रेंज आईजी) और पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के आदेश दिए थे। पुलिस महानिदेशक ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध दिनेश एमएन को सुपरविजन की जिम्मेदारी देते हुए यह ऑपरेशन कराने के लिए कहा। इस पर सभी एसपी ने बदमाशों के ठिकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।