जयपुर। राजस्थान सेवानिवृत्त पुलिस कल्याण संस्थान ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल ज्ञापन सौंपा है। राजस्थान सेवानिवृत्त पुलिस कल्याण संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष और सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वासुदेव सिंह ने बताया कि राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा जो प्रदेश के वरिष्ठ व अनुभवी राजनेता होने के साथ ही राज्य मंत्रिमंडल के सम्मानित सदस्य भी है।
मंत्री की राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने व इसके संचालन की जिम्मेदारी भी है। क्योंकि उन्होंने मंत्री पद की शपथ लेते समय प्रचलित कानूनों की पालना करने व उनका संरक्षण करने की शपथ ली है। किन्तु बड़े दुख एवं पीड़ा के साथ कहना पड रहा है कि मंत्री स्वयं ही प्रदेश की कानून व्यवस्था को कमजोर किये जाने के कार्य अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग रूप में कर रहे है। जो प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिये हानिकारक है। पुलिस विभाग कानून व्यवस्था बनाये रखने की मुख्य एजेंसी है।
मंत्री के द्वारा पुलिस कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ अनवरत रूप से दुर्व्यवहार करने व उन्हें अपमानित कर दबाव में लेने वाले निम्नांकित कार्य किये गये। वासुदेव ने बताया कि मार्च 2024 में राजकार्य कर रहे वृत्ताधिकारी बोली जिला सवाई माधोपुर आरपीएस अंगद शर्मा को रात्रि के समय अवैध बजरी परिवहन करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने से रोका गया था।
मंत्री किरोड़ी लाल की मौजूदगी में उनके साथ चल रहे बजरी माफियाओं द्वारा दुर्व्यवहार किया गया। इसके अलावा जून 2024 की रात्रि समय में अवैध बजरी खनन के विरूद्ध कार्यवाही कर रहे थानाधिकारी मलारना डूंगर जिला सवाई माधोपुर एसआई सम्पत सिंह के साथ दुर्व्यवहार कर उनके विरुद्ध शारीरिक बल का प्रयोग किया गया तथा अवैध खनन माफियाओं को मय वाहन के छुडवाया।
साथ ही नवंबर 20240 को पुलिस अधीक्षक सवाई माधोपुर की गैर मौजूदगी की सूचना होते हुये भी उनकी अनुपस्थिति में जानबूझकर उनके सरकारी आवास में बड़ी संख्या में लोगों को, जिनमें बजरी माफिया भी थे साथ लेकर गए और पुलिस अधीक्षक आवास में तथाकथित जनसुनवाई की। पुलिस अधीक्षक सवाई माधोपुर आई पी एस ममता गुप्ता उस दिन राजकार्य से जिले से बाहर थी। आवास पर घर का कोई पुरुष सदस्य मौजूद नहीं था।
दो छोटे बच्चे घर में उपस्थित थे । जो मंत्री के हमराह बजरी माफियाओं की नारेबाजी से अत्यधिक भयभीत हो गये। मंत्री के इस प्रकार के कार्य से एक महिला पुलिस अधिकारी अपने आवास में अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है जो प्रदेश के लिए शर्मनाक घटना है।
वहीं गुप्तचर शाखा की सूचना पर राजकार्य कर रही महेश नगर थानाधिकारी कविता शर्मा पुलिस निरीक्षक के साथ मंत्री द्वारा रात्रि समय में दुर्व्यवहार किया गया है जो चर्चित घटना होने से आपके संज्ञान में पूर्व से ही है।
मंत्री के उक्त प्रकार के कार्यों से राजस्थान में सेवारत पुलिस बल का मनोबल गिरता जा रहा है। जो प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए निराशाजनक है। प्रदेश के विकास के मुख्य घूरी उच्च स्तर की कानून व्यवस्था ही होती है। जिसको कायम रखना हम सब प्रदेशवासियों की जिम्मेदारी है।
राजस्थान सेवानिवृत्त पुलिस कल्याण संस्थान मंत्री द्वारा पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध किये जा रहे अपमानजनक, अमर्यादित व विधि विरुद्ध व्यवहार की कडे शब्दों में निंदा करता है और मुख्यमंत्री से यह अपील करते है कि प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया होने के नाते आप अपने मंत्रिमंडल सहयोगी को संविधान की ली गई शपथ के अनुरूप विधि सम्मत आचरण करने की सलाह देने की कृपा करें।
मंत्री से भी अपील है कि आप छात्र जीवन से ही संघर्षशील रहे हैं और इसलिये यह संगठन आप को सैल्यूट करता है। पुलिस विभाग के प्रति आप का कोई पूर्वाग्रह है तो अब वरिष्ठता का ध्यान रखते हुए इस उम्र में उसका परित्याग करें।
आम जनता की सेवा करने में आप पुलिस का सहयोग करें और पुलिस अधिकारियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखकर अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करें। साथ ही आपसे संस्थान यह भी अपेक्षा रखता है कि भविष्य में आप पुलिस का मनोबल कमजोर करने वाले कार्यों से अपने आपको दूर रखेंगे।