जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी की जर्जर इमारतों की मरम्मत के साथ ही छात्रसंघ चुनाव समेत बारह मांगों को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने कैंपस में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान एनएसयूआई नेता मोहित यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में रैली निकाल कुलपति सचिवालय का घेराव किया। जहां छात्रों ने अगले सात दिनों में मांग पूरी नहीं करने पर विधानसभा घेराव की चेतावनी दी है।
छात्र नेता मोहित यादव ने कहा कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के हालात बद से बदहाल हो चुके हैं। कैंपस की इमारतें जर्जर हो चुकी हैं। वहीं, गर्ल्स हॉस्टल में गार्ड तक की व्यवस्था नहीं है। इसके साथ ही आम छात्रों की जायज मांग को उठाने वाले छात्र संघ चुनाव भी सरकार बंद करने का मन बना चुकी है।
इसको लेकर मंगलवार को आम छात्रों के साथ हमने यूनिवर्सिटी में गांधीवादी तरीके से रैली निकाल प्रदर्शन किया है। लेकिन अगर सरकार ने जल्द से जल्द हमारी इन मांगों को पूरा नहीं किया। तो हम विधानसभा घेराव कर सरकार के खिलाफ प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन करेंगे।
एनएसयूआई नेता मोहित यादव ने बताया कि उनकी मांगों में प्रमुख मांग यह है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी कैंपस में हॉस्टल, विभाग, लाइब्रेरी में रेनोवेशन के कार्य पर समय रहते हुए ध्यान दिया जाए जिससे की किसी भी प्रकार का कोई हादसा ना हो सकें। यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही का परिणाम विकास यादव की मृत्यु हैं।
क्या आगे भी विश्वविद्यालय प्रशासन इसी प्रकार से छात्रों की के साथ हादसा व अन्य प्रकार की दुर्घटना देखने का इंतजार कर रहा हैं। कैंपस में जो भी मरम्मत का कार्य हैं, वह तुरंत प्रभाव से करवाया जाए। साथ ही कैंपस और महारानी महिला छात्रावासों में 24 घंटे महिला गार्ड की सुविधा हो। कैंपस में जो भी बिजली के खम्भे, पावर बॉक्स, और वायर खुले पड़े हैं उनको बंद किया जाए।
जिससे कि किसी भी प्रकार की घटना घटित ना हो सकें। राजस्थान में जल्दी से जल्दी छात्रसंघ चुनाव को बहाल किया जाए। इसके अलावा सिंडिकेट सदस्यों में दो रेगुलर छात्र प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए। जिससे कि वह छात्र हितों की बात वहां पर रख सकें।वहीं पिछली कांग्रेस सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में 6 करोड़ का सिंथेटिक ट्रैक का बजट दिया गया था।
उस पर गौर करके उसके कार्य पर ध्यान दिया जाए।कैंपस में 24 घंटे एंबुलेंस की सुविधा हो। कैंपस में 24 घंटे डिस्पेंसरी की सुविधा हो। इसके साथ में डॉक्टर भी उपलब्ध हो। ताकि सामान्य तबीयत खराब होने पर छात्र प्राथमिक उपचार ले सकें। कैंपस में जितने भी चौराहे और तिराहे हैं, उन सभी पर स्पीड ब्रेकर बनाया जाए। ताकि होने वाले हादसों को रोका जा सकें।