जयपुर । डमी फर्म्स खोलकर मिथ्या आगत कर का लाभ लिये जाने एवं फेक इनवॉइस के माध्यम से मिथ्या आगत कर पास ऑन भी किये जाने के आरोप में वृत-सी, प्रवर्तन शाखा-तृतीय, राजस्थान, जयपुर द्वारा मिश्रा मार्ग निर्माण नगर स्थित मेसर्स ऑटो जंक्शन के प्रोपराइटर राजेश अग्रवाल पुत्र केसर देव अग्रवाल निवासी किरण पथ मानसरोवर को गिरफ्तार किया है।
मुख्य आयुक्त राज्य कर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि आरोपी राजेश अग्रवाल ने स्वयं के नाम पर पंजीकृत फर्म मेसर्स ऑटो जंक्शन GSTIN: 08ABSPA0639C2ZX के अतिरिक्त परिवारजनों के नाम पर संचालित फर्मों में एक लिमिटेड कंपनी के एप पर ओएलएक्स, कार देखो इत्यादि वेबसाइट पर बिक्री के लिए डाली गयी कारों, आरटीओ एजेंट्स के माध्यम से बिकी हुई कारों अथवा रास्ते में चलती हुई कारों की डिटेल विभिन्न बिजनेस लॉगिन आई.डी बनाकर अपलोड कर दी जाती थी। जिसके एवज में कमीशन प्राप्त किया जाकर मिथ्या आगत कर का लाभ पहुंचाया एवं कमीशन प्राप्त किया जाकर करापवंचन किया।
इसके अतिरिक्त आरोपी द्वारा उसकी फर्म में कार्यरत जरूरतमंद व्यक्तियों व कार्मिकों को लोन इत्यादि दिलवाने का लालच दिया जाकर उनके आधार कार्ड एवं पैन कार्ड का उपयोग कर वस्तु एवं सेवा कर के अन्तर्गत डमी फर्म्स बना कर इसी प्रकार मिथ्या आगत कर का लाभ पहुंचाया जाकर कमीशन प्राप्त किया गया।
राजपुरोहित ने बताया कि आरोपी राजेश अग्रवाल उक्त डमी फर्म्स के खातों का संचालन स्वयं करता है। उक्त डमी फर्मों के खातों में प्राप्त कमीशन की राशि को स्वयं के अथवा परिवारजनों के खातों में स्थानांतरित कर लेता था। अद्यतन जांच अनुसार आरुई राजेश अग्रवाल द्वारा परिवारजनों एवं अन्य डमी फर्म्स के माध्यम लगभग 86 करोड़ से अधिक के फेक इनवाइस प्राप्त किये एवं 15.54 करोड़ का मिथ्या आगत कर क्लेम किया। बाद में लगभग 92 करोड़ से अधिक के फेक इनवॉइस के माध्यम से कर राशि रूपये 16.65 करोड़ को पास ऑन/ यूटिलाइज भी किया गया। अग्रिम जांच में करोड़ों की राजस्व हानि उजागर होने की संभावना है।
इस कार्रवाई में सहायक आयुक्त उमेश कुमार सोनी, राज्य कर अधिकारी रामस्वरूप यादव, आलोक जैमन, गौरव शर्मा, सौम पचौरी, जीतराम गुर्जर एवं राजकुमार यादव टीम में शामिल रहें।