जयपुर। छोटी चौपड़ पर स्थित सीताराम मंदिर में छह दिवसीय राम जानकी विवाह उत्सव मनाया जा रहा है। राम जानकी मंगल उत्सव मंदिर के महंत श्री नंदकिशोर जी महाराज के सानिध्य में मनाया गया। विवाह उत्सव के पश्चात मंदिर प्रांगण में नगर दिखावा उत्सव , तिलक ,मटकोर ,मेंहदी उत्सव मनाया गया।
रविवार को विवाह पंचमी को श्रीराम जानकी विवाह उत्सव बडे़ हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। राम जानकी विवाह महोत्सव में प्रभु श्रीराम की बारात मंदिर प्रांगण से ही निकाली गई।
बंदरवाल व फूलो से सजाया गया मंदिर प्रांगण
विवाह पंचमी महोत्सव पर मंदिर प्रांगण में ही जनकपुर धाम और अयोध्या धाम बनाया गया। इस मौके पर मंदिर प्रांगण को जनकपुर धाम और अयोध्या धाम बनाया गया। मंहत श्री नंदकिशोर जी महाराज ने प्रभु श्रीराम का दूल्हा स्वरूप श्रृंगार और विशेष आरती कि गई।
शाही रथ पर निकली सरकार की बारात
आरती के पश्चात अयोध्या से शाही रथ पर सवार होकर प्रभु श्रीराम दूल्हा सरकार की बारात निकाली गई। बारात की पुष्प वर्षा की गई साथ ही बारात में शामिल हुए बारातियों ने भव्य आतिशबाजी की। भगवान की बारात का काफी हर्षोउल्लास के साथ स्वागत किया गया। भगवान के रथ के आगे भक्तगण नाचते गाते हुए चले । जैसे ही बारात मिथिलापुरी पहुंचती है दूल्हा सरकार मिथिलापुर की सखियां नेक चार करती है। जैसे ही प्रभु श्रीराम तोरण मारते है तो ढोल-नगाड़े ,करताल और शंखनाद की ध्वनि से प्रभु राम का स्वागत किया गया। मिथिलापुरी प्रभु राम और माता जानकी के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया।
प्रभु के स्वरूप को देख करके सखियां गाती है।
अवध बना श्री राम थाने नैना माही राखा जी