जयपुर। वैशाली नगर स्थित हनुमान नगर के रामेश्वर लाल शर्मा व नर्बदा देवी शर्मा की स्मृति में नो दिवसीय राम श्रीराम कथा का आयोजन किया गया। कथा का शुभारंभ पुरुषोतम लाल शर्मा व नर्वदा शर्मा की ओर से व्यास पीठ के पूजन के साथ हुआ।
सामुदायिक भवन में आयोजित हो रही श्रीराम कथा में प्रसिद्ध कथा वाचक राजन ने भगवान राम से जुडे़ प्रसंगों को काफी रोचक अंदाज में सुनाया। जिससे सुन कर भक्तगण भाव विभोर हो गए। कथा वाचक राजन ने इस नो दिवसीय रामकथा में बाल लीला का वर्णन किया ।
कथा वाचक राजन ने बताया की जिस काम में मन लग जाए तो समय भी रुक जाता है। जिस प्रकार प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ उस समय सूर्य देव का मन जन्म प्रसंग को देखने में लग गया और सूर्य देव जब तक अस्त नहीं हुए जब तक जन्मोतसव चला। ऐसे में एक माह तक प्रभु के जन्म के पश्चात रात ही नहीं हुई। जिसके बाद भगवान राम के भाईयों के जन्म प्रसंग का वर्णन किया गया।
उन्होने बताया कि संपत्ति से विपत्ति का निवारण नहीं किया जा सकता,भगवान नाम रुपी संपत्ति से ही जीवन के दुखों का अंत होता है। इसलिए जो राम की शरण में जाएगा वहीं कलयुग में त्रेता युग के पुण्य को प्राप्त होगा। जीवन के स्वभाग में चिंतन का महत्व बताया गया है।