जयपुर। चैत्र कृष्ण पंचमी शनिवार को रंग पंचमी के रूप में मनाई गई। शुक संप्रदाय आचार्य पीठ श्री सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में श्री राधा सरस बिहारी सरकार को गुलाल अर्पित की गई। वैष्णव भक्तों ने पदगायन किया। गलता गेट स्थित गीता गायत्री मंदिर में पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में रंग पंचमी पर भोलेनाथ को गुलाल अर्पित कर मनमोहक श्रृंगार किया गया।
चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी मंदिर में महंत मलय गोस्वामी के सान्निध्य में रंग पंचमी मनाई गई। मदन गोपाल, गोपीनाथ जी, लाड़लीजी सहित अन्य सभी वैष्णव मंदिरों में रंग पंचमी पर विशेष आयोजन हुए। गर्भगृह में ठाकुरजी को गुलाल और अबीर अर्पित की गई। उल्लेखनीय है कि रंग पंचमी का पावन पर्व देवी-देवताओं को समपर्ति है। मान्यता है कि रंग पंचमी के दिन सभी देवतागण धरती पर आकर रंग और गुलाल-अबीर से होली खेलते हैं। इसलिए मंदिरों में इस दिन हवा में गुलाल उड़ाए जाते हैं। राजस्थान के अलावा महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में खासतौर पर मनाया जाता है। कुछ जगह पर इसे देव पंचमी और श्री पंचमी के नाम से भी जाना जाता है।