जयपुर। राजस्थान पुलिस अकेडमी में ट्रेनिंग ले रहे एसआई शुक्रवार को मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के आवास पर पहुंचे। किरोड़ीलाल मीणा से मुलाकात के दौरान ट्रेनी एसआई ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से परीक्षा पास की हैं। लेकिन हमेसभी शक की नजर से देखते हैं। केवल आप ही हमारा सम्मान और इज्जत बचा सकते हो।
इसके अलावा उन्हे एडीजी वीके सिंह ने कहा था कि जिसने गलत नहीं किया। उसे डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन आज नौबत भर्ती परीक्षा के रद्द होने तक पहुंच गई है। इससे हमारी नींद उड़ी हुई हैं। हमारे परिवार वाले घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। दरअसल एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में धांधली, पेपर लीक, डमी कैंडिडेट को लेकर एसआईटी अब तक 50 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार कर चुकी हैं। वहीं किरोड़ीलाल मीणा इस भर्ती को रद्द करने की मांग कर रहे थे।
इधर किरोड़ीलाल मीणा ने ट्रेनी एसआई से बात कर कहा कि आप सभी लोग मुझे कमेटी में शामिल करा दो, वह अकेले ही फैसला कर देगें। किरोडी ने ट्रेनी एसआई से कहा कि यह सब मुझे तुम्हें एक महीने पहले बताना चाहिए था, लेकिन फिर भी वह उनकी बात सरकार के सामने रखेगें। वह हमेशा से ईमानदार और मेहनती लोगों के साथ रहे है। मेरी लड़ाई भ्रष्टाचार और पेपर माफिया के खिलाफ है।
ट्रेनी एसआई ने कहा कि बाबा आपका स्टेटमेंट कमेटी के स्टेटमेंट से ऊपर है। आपने कह दिया मानो सरकार ने कह दिया। हम नहीं जानते कि यह सब कैसे होगा, लेकिन हमें आपसे न्याय की उम्मीद है। हम सभी ने ईमानदारी से परीक्षा दी है। हमने कोई गलत काम नहीं किया।
रेनवाल के रहने वाले ट्रेनी एसआई ने किरोड़ी से कहा कि मेरी 5 साल की बेटी है। मैने उससे वादा किया था कि अगर थानेदार बन आऊंगा तो तुझे अच्छी साइकिल दिलाऊंगा। आज शर्म के चलते मैं 3 महीने से घर नहीं गया हूं।
एक ट्रेनी एसआई ने कहा कि मैने इस नौकरी के लिए स्टेशन मास्टर की नौकरी छोड़ दी। एक महिला ट्रेनी एसआई बोली कि मेरे पिता 8 साल से बीमार हैं। मेरी मां ने मजदूरी करके मुझे पढ़ाया है। मेरे पीछे मेरी तीन छोटी बहने हैं। मेरी नौकरी लगने पर उन्हें उम्मीद थी कि मैं उन्हें पढ़ाऊंगी। अब इस स्टेज पर आकर ऐसा हो रहा है। अब आप ही बताइए क्या होगा मेरे परिवार का।