जयपुर। रोडवेज कंडक्टर और पूर्व आईएएस में मारपीट के मामले में अधिकारी पर भी केस दर्ज होगा। जयपुर मेट्रो (द्वितीय) कोर्ट ने बस कंडक्टर के परिवाद पर पुलिस को निर्देश दिए। दरअसल, 10 जनवरी 2025 को कानोता (जयपुर) बस स्टैंड पर उतारने और किराए को लेकर मारपीट हो गई थी। पूर्व आईएएस रामधन मीणा (75) और कंडक्टर घनश्याम शर्मा ने एक-दूसरे को घटना का जिम्मेदार बताया था। बस में हुई मारपीट का वीडियो भी सामने आया था।
केस से जुड़े वकील दीपक चौहान ने बताया कि परिवादी घनश्याम शर्मा जेसीटीएसएल बस में कंडक्टर के पद पर था। वह घटना वाले दिन एसएमएस अस्पताल से सुबह बस लेकर कानोता की ओर चला। इस दौरान उसने एक यात्री (रामधन मीणा) को ईटीआईएम मशीन से कानोता का टिकट निकालकर दे दिया। करीब 10रू55 बजे पर उसने सवारियों को कानोता बस स्टैंड पर उतार दिया और हीरावाला व नायला सहित अन्य जगह पर जाने वाली सवारियां चढ़ाईं। टिकट गिनती करने पर एक सवारी ज्यादा पाई गई।
टिकट चौक करने पर परिवादी एक यात्री के पास पहुंचा और उनसे कहा कि उन्होंने कहां की टिकट ली है। इस यात्री ने अपशब्दों से कहा कि तूने कानोता की टिकट दी है, मुझे कानोता जाना है। जिस पर परिवादी ने कहा कि कानोता पीछे रह गया, वे चाहें तो अब उतर जाएं, लेकिन यात्री ने कहा कि वह बस को वापस मोड़े व उसे कानोता उतारे। इस पर उसने यात्री को नायला की टिकट निकालकर उससे दस रुपए मांगे।
यात्री ने दस रुपए देने से मना कर दिया और कहा कि वह उसे सस्पेंड करवा देगा और परिवादी के थप्पड़ मार दिया। इस तरह यात्री ने राजकार्य में बाधा पहुंचाई है। इसलिए यात्री के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जाए। अब पूर्व आईएएस के खिलाफ राजकार्य में बाधा व अन्य आरोपों में एफआईआर होगी। 10 जनवरी को विवाद बढ़ने पर बस कंडक्टर ने रिटायर्ड आईएएस रामधन मीणा को धक्का मारा था।
वीडियो में गुस्साए रिटायर्ड आईएएस ने कंडक्टर को थप्पड़ मारते दिख रहे थे। इसके बाद गाली-गलौज कर कंडक्टर ने रिटायर्ड आईएएस से मारपीट कर दी। बस के अंदर रिटायर्ड आईएएस को कंडक्टर ने लात-घूंसे मारे। बस में सफर कर रहे लोगों ने मारपीट का वीडियो बना लिया। वीडियो शेयर होने के बाद जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने आरोपी कंडक्टर घनश्याम शर्मा को सस्पेंड कर दिया। कंडक्टर के खिलाफ जांच की जा रही है। निलंबन काल में कंडक्टर का मुख्यालय बगराना आगार में किया गया है।