जयपुर। राजस्थान के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने विदेश में बैठकर सलमान खान के घर मुंबई में 14 अप्रैल सुबह हुई फायरिंग की साजिश रची थी। गोदारा ने ही शूटर्स को रुपए और हथियार भी दिलाए थे। इस बात का खुलासा मुम्बई पुलिस की जांच में हुआ है। रोहित गोदारा का नाम मुंबई पुलिस ने इस केस के मुख्य साजिशकर्ताओं के तौर पर शामिल कर लिया है। रोहित गोदारा और लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई शूटर्स और इनके लिए हैंडलिंग करने वाले आरोपियों के साथ लगातार संपर्क में थे।
उन्हें मोबाइल ऐप के जरिए लगातार कॉलिंग और चैटिंग के माध्यम से पूरा डायरेक्शन और मोटिवेशन रोहित गोदारा और अनमोल बिश्नोई ही दे रहे थे। पुलिस ने बताया कि रोहित गोदारा ने दोनों शूटर्स को फायरिंग करने से पहले कहा था कि श्हमारा भाईचारा बड़ा है और तुम दोनों बहुत पुण्य का काम कर रहे हो। गैंगस्टर रोहित गोदारा की भूमिका सामने आने के बाद अब उसे भी लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई के साथ इस केस में आरोपी बना लिया गया है।
वो विदेश में बैठकर यहां शूटर्स और हैंडलर को निर्देश दे रहा था। उसी के कहने पर हरियाणा के फतेहाबाद के हैरी हरपाल ने मुंबई में दूध का काम करने वाले नागौर के बासनी निवासी मोहम्मद रफीक के जरिए शूटर्स को मुंबई में ठहराने और रुपए का इंतजाम करवाया था। फिलहाल इस केस में शूटर्स समेत कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस केस में नागौर के बासनी से मोहम्मद रफीक चौधरी को गिरफ्तार किया था। रफीक ने पूछताछ में बताया कि वह गैंगस्टर रोहित गोदारा से संपर्क में था। उसे फतेहाबाद (हरियाणा) के हैरी हरपाल के जरिए शूटर्स की मदद करने का टास्क मिला था। उसके फोन में कुछ फोटो व वीडियो भी मिले थे। रफीक ने सलमान खान के अलावा 2 और बॉलीवुड एक्टर्स के बंगलों के भी वीडियो बनाए थे। ये वीडियो लॉरेंस के भाई अनमोल को भेजा था। सलमान खान के घर फायरिंग से पहले 8 और 11 अप्रैल को कुर्ला में दोनों शूटर से मुलाकात की थी। इसके बाद ही उसने सलमान खान के घर की रेकी कर वहां का वीडियो बनाया और अनमोल बिश्नोई को भेजा था।
हैरी हरपाल ने रोहित गोदारा के कहने पर मोहम्मद रफीक को 3 लाख रुपए शूटर्स के लिए भेजे थे। इसी रकम से शूटर्स को ठहराने और फायरिंग के दौरान काम में ली गई बाइक भी रफीक ने ही दिलाई थी। रफीक चौधरी ने ही मार्च महीने के आखिर में दोनों शूटर्स के लिए पनवेल इलाके में घर भाड़े पर लिया था। पुलिस सूत्रों की मानें तो इन दोनों शूटर्स को इनके टारगेट की जानकारी पहले से नहीं थी। फायरिंग से ऐन पहले ही उन्हें टारगेट बताया गया था।