जयपुर। अशोक नगर थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम जयपुर दक्षिण (डीएसटी) कार्रवाई करते हुए 24 अप्रैल को थाना इलाके के युधिष्ठिर मार्ग स्थित ट्रेडिंग कार्यालय में घुसकर दो बदमाशों द्वारा हथियारों के दम पर पन्द्रह लाख रुपए लूट के मामले में खुलासा करते हुए लूट की वारदात करने वाले तीन षडयंत्रकारियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि वारदात के समय मौजूद महिला कर्मचारी ने अपने दो साथियो के साथ लूट की वारदात का षड्यंत्र रचा था। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से लूट करने वाले आरोपी,हथियार सहित लूट की राशि के संबंध में पूछताछ करने में जुटी है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (दक्षिण) दिगंत आनंद ने बताया कि 24 अप्रैल को थाना इलाके के युधिष्ठिर मार्ग स्थित ट्रेडिंग कार्यालय में घुसकर दो बदमाशों द्वारा हथियारों के दम पर पन्द्रह लाख रुपए लूट के मामले में अशोक नगर थाना पुलिस और डीएसटी दक्षिण ने कार्रवाई करते हुए साथ लूट की वारदात का षड्यंत्र रचने वाली महिला कर्मचारी शिप्रा गुप्ता (36) निवासी मुरलीपुरा जयपुर सहित उसके साथी मुकेश गुप्ता (25) निवासी मुरलीपुरा जयपुर और मनजीत सिंह राठौड़ (25) निवासी डीडवाना जिला जिला कुचामन-डीडवाना हाल हरमाड़ा जयपुर को गिरफ्तार किया है। वहीं लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी जेबीआर ग्रुप के भरत सिंह और उसके साथी की तलाश की जा रही है। पुलिस जानकारी के ट्रेडिंग कार्यालय में काम करने वाली गिरफ्तार महिला शिप्रा गुप्ता तलाकशुदा है। जो बहुत ही सामान्य परिवार से एवं वर्तमान के चलते धनाढ्य व्यक्तियों की तरह शौक रखती है।
जिसने ऐशों आराम की जिंदगी जीने की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए और अपने दोस्त मुकेश गुप्ता के साथ योजनाबद्ध तरीके से मनजीत सिंह के मार्फत भरत सिंह से सम्पर्क किया गया। और लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। लूट की वारदात के दौरान आरोपी शिप्रा गुप्ता मौके पर मौजूद रहकर आरोपियों को घटनास्थल के बारे में जानकारी देती रही। साथ ही आरोपी मुकेश गुप्ता घटनास्थल परिसर के बाहर खडा रहकर निगरानी करता रहा तथा बाद में वारदात आरोपी भरत सिंह व उसके साथी लूट की राशि लेकर मौके से फरार हुए जिनके साथ मुकेश गुप्ता भी राह दिखाता हुआ अपनी स्कूटी से उनके साथ निकल गया।
गौरतलब है कि युधिष्ठिर मार्ग पर डीयर पार्क के सामने स्थित केसरी भवन बिल्डिंग में 24 अप्रैल को घुसकर दो बदमाशों ने दो महिलाओं को पिस्टल दिखाकर 15 लाख रुपए लूटे थे। यह कार्यालय इसी बिल्डिंग के मालिक डॉक्टर केसी चौधरी का है, जो कलेक्शन के लिए बनाया गया है। इस संबंध में नरेंद्र चौधरी ने मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने दिन-रात कड़ी मेहनत कर कडी से कडी जोडते हुए इस वारदात का खुलासा किया है।