जयपुर। श्री प्रेम प्रकाश पंथ के संस्थापक आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊंराम महाराज, जो कि सिंधी समाज के एक महान सित्र संत व महापुरुष थे। जिन्होंने एक आध्यात्मिक आठ सौ पृष्ठिय महाग्रंथ श्री प्रेम प्रकाश की रचना की थी। जिसमें संत कबीर,मीरा,सूरदास,मलूकदास,रसखान,गुरु नानक देव,दादू दयाल आदि संत महात्माओं के सदृश भजन, छंद, दोहे, कवित, श्लोक माला, वाणी आदि आध्यात्मिक रचनाएं रची। ऐसे सिद्ध संत महापुरूष की जयंती एवं पुण्य विश्व के जाने माने कैलेंडरो पंचांगों में प्रकाशित होने पर संत समाज अभीभूत है।
जयपुर के हंसा प्रकाशन के माध्यम से हंसा तिथि निर्णय काल दर्शक, जयपुर गीता प्रकाशन का तिथि निर्णय, दिल्ली का राजधानी पंचांग, जय मार्तण्ड पंचांग, और बंसीधर पंचांग, नीमच का निर्णय सागर, जयपुर अजमेर का श्री अमरापुर विजय पंचांग, सतनाम साक्षी पंचांग, भगवान श्री झूलेलाल पंचांग, अनेक संस्थाओ एवं समितियों द्वारा नव संवसर 2082 आदि ऐसे अनेक शहरों, राज्यो से प्रकाशित होने वाले कैलेंडर, पंचांगों में हिंदू नववर्ष 2082 नव संवसर पंचांगो में 1 जून 2025 (रविवार) संत टेऊँराम पुण्य तिथि एवं 30 जून 2025 (सोमवार) संत टेऊँराम जयंती प्रकाशित की गई है। इस पुनीत कार्य के लिए संत समाज ने प्रकाशक, संपादक, ज्योतिषाचार्यो का आभार व्यक्त किया।
जिसमें संत मोनूराम, संत मनोहर लाल महाराज, संत लक्ष्मण दास, संत श्याम लाल, संत शंभू लाला, संत जीतू राम, संत नरेश कुमार, संत नवीन, संत गुरुदास, अविनाश, हरीश, अशोक जेठानी, मुरली जेठानी, कुमार विधानी, कुमार, चंदानी, दीन दयाल वाधवानी, तुलसी मनवानी, देव वाधवानी , बी. डी. टेकवानी, मनोहर , रमेश रोचवानी, प्रदीप मालिक, गोर्वधन, भरत असनानी, संदीप मुरली पारवानी, आदि भक्तों , संतो ने प्रकाशकों एवम ज्योतिषाचार्य का आभार प्रकट किया। साथ ही संतो ने आग्रह किया है कि “आचार्य सदगुरु स्वामी टेऊंराम महाराज” की वाणी (दोहे, पद, छंद, कवित, भजन) आदि हिंदी पाठ्य पुस्तकों में शामिल करना चाहिए।