जयपुर। गोवर्धन मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज का 82वां प्राकट्य महोत्सव (जन्मदिन) गुरुवार को राष्ट्रोत्कर्ष दिवस के रुप में मानसरोवर में शिप्रा पथ स्थित वीटी रोड ग्राउंड पर धूमधाम से मनाया गया । हजारों श्रद्धालुओं ने पादूका पूजन किया। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना, पीठ परिषद आदित्य वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल शर्मा, डॉ मेघेंद्र शर्मा, डॉ अतुल गुप्ता, मुकेश भारद्वाज एवं अन्य ने पादूका पूजन किया।
बारिश के बावजूद देश-प्रदेश के हजारों शिष्य प्राकट्य महोत्सव महोत्सव में पहुंचे। वहीं श्रद्धालु ध्वज लिए जयकारे लगाते चल रहे थे। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर रथयात्रा और कलश यात्रा का स्वागत किया गया। अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद के संयोजक डॉ. अतुल गुप्ता के निर्देशन में गोमाता और पर्यावरण संरक्षण की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। झांकी के साथ चल रहे स्वयंसेवकों ने मार्ग में पौधे वितरित किए।
आयोजन से जुड़े अतुल गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुवार सुबह 7 बजे राम गोपेश्वर महादेव मंदिर ,सेक्टर -73 परमहंस मार्ग से तक निकाली जाने वाली रथ यात्रा व कलश यात्रा के साथ हुआ। ये रथ यात्रा पुरी की तर्ज पर निकाली गई। सैकड़ो महिलाएं कलश यात्रा में शामिल हुई । वहीं श्रद्धालु ध्वज लिए जयकारे लगाते चल रहे थे। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर रथयात्रा और कलश यात्रा का स्वागत किया गया। अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद के संयोजक डॉ. अतुल गुप्ता के निर्देशन में गोमाता और पर्यावरण संरक्षण की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। झांकी के साथ चल रहे स्वयंसेवकों ने मार्ग में पौधे वितरित किए।
आठ बजे पार्थिव शिवलिंग पूजन व अभिषेक किया गया। धर्मसभा स्थल पर सुबह साढे़ दस बजे सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ संपन्न हुआ। जिसमें सैकड़ो की संख्या में भक्तगण उपस्थित हुए। सभी भक्तों को बागेश्वर धाम बालाजी चित्र सहित सिद्ध हनुमान चालीसा वितरित की गई। 11 बजे जगद्गुरु ने सभी भक्तों को आशीर्वचन दिए।
अल सुबह से मानसरोवर हुआ भगवामय
82वां प्राकट्य महोत्सव, राष्ट्रोत्कर्ष दिवस पर गुरुवार सुबह 7 बजे राम गोपेश्वर महादेव मंदिर परमहंस मार्ग से 3100 महिलाएं कलश यात्रा में शामिल हुई। कलश यात्रा में हाथी,घोडे़,बैंड –बाजे के लवाजमें के साथ कलश यात्रा कार्यक्रम स्थल वीटी रोड,ग्राउंड मानसरोवर पहुंची। रथ यात्रा में पांच रथ शामिल किए गए। जिसमें पहला रथ आदिगुरु शंकराचार्य भगवान का था । जिसमें आदिगुरु शंकराचार्य बैठे हुए थे।
दूसरा रथ वर्तमान पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का था। जिसमें स्वामी निश्चलानंद विराजमान थे। तीसरा रथ आराध्य देव गोविंद देव जी का था। जिसमें ठाकुर जी महाराज के साथ मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी मौजूद थे ,वही चौथा रथ गौ माता की झांकी था । जिसमें गौ माता की अलग-अलग झांकी सजाई गई। पांचवा रथ भगवान जगन्नाथ जी के साथ बलराम जी एवं सुभद्रा जी का था।
रथ यात्रा में पांच रथ किए गए शामिल,रस्सों से खींचा भगवान जगन्नाथ जी का रथ
इस रथ यात्रा में सैकड़ो की संख्या में भक्तगणों ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई। रथ यात्रा में जगन्नापुरी की तर्ज पर भगवान जगन्नाथ जी एवं सुभद्रा का रथ भक्तगणों ने रस्से से खींचा ,ऐसा कार्यक्रम जयपुर में पहली बार देखने को मिला। कार्यक्रम स्थल पर हनुमान चालीसा पाठ गुरुदेव के आशीर्वचन के साथ विद्धान संत आचार्य द्वारा स्वास्ति वाचन का पाठ किया गया। गौरतलब है कि शिष्य द्वारा पूज्य शंकराचार्य जी का जन्म दिवस को प्राक्टय महोत्सव के रथ में आषाढ कृष्णा त्रयोदशी को संपूर्ण भारत में राष्ट्र उत्कर्ष दिवस के रुप में मनाया जाता है।
भारत को विश्व गुरु बनाने का आह्वान
कार्यक्रम में इसके जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने आशीर्वचन में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए उठ खड़े होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्मावलंबियों को अपना भूला गौरव याद कर भारत को विश्व गुरु बनाना है।
चार महीने पहले से चल रही थी कार्यक्रम की तैयारी
मीडिया प्रभारी मुकेश भारद्वाज ने बताया की कार्यक्रम संयोजक आदित्य वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल शर्मा एवं मेघेंद्र शर्मा ने इस कार्यक्रम को भव्य रुप देने के लिए करीब चार महिने पहले से ही तैयारियां शुरु कर दी थी। कार्यक्रम संयोजक ने अलग –अलग जगहों पर टीम से वार्ता कर टोलियों का गठन किया और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए टीम को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौपी थी ।
हिमाचल से सत्संग सुनने आई महिला ने किया प्रसाद वितरण
पुरी पीठ परिषद आनंद वाहिनी गांव रामनगर तहसील अम्ब जिला ऊन्ना हिमाचल प्रदेश द्वारा शुक्ला वाली जी की अध्यक्षता में सभी सदस्यों सहित श्री जगदगुरु शंकराचार्य जी के 85वें जन्मदिन के उत्सव पर कीर्तन किया व प्रसाद का वितरण किया गया ।