जयपुर। आस्था के पावन केंद्र श्री अमरापुर स्थान जयपुर में सोमवार आमलकी एकादशी के पावन दिन पर सायकल संत महात्माओं ने हरि नाम संकीर्तन, एवं गुरुदेव जी का गुणगान किया गया ! हरि बोल,,, हरि बोल,,,जय जय राधा रमण हरि बोल,,,, गोविंद मेरो है – गोपाल मेरो है…. सवाली सूरत पे मोहन दिल दीवाना हो गया…. ॐ नमो गुरुदेव स्वामी टेऊंरामाय.. सतनाम साक्षी सदा बोल प्यारे… आदि हरि प्रिय नमो का संकीर्तन हुआ। श्री अमरापुर स्थान जयपुर के व्यवस्थापक संत श्री मोनूराम जी महाराज ने बताया कि एकादशी का पावन दिवस भगवान को समर्पित होता है।
इस दिन हरि नाम संकीर्तन, जागरण एवं व्रत करने से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते है, भागवत कृपा होती है और व्यक्ति को आत्मिक शांति का अनुभव होता है। इस पर भक्त नामदेव जी पावन प्रसंग भी सुनाया, उनकी एकादशी वृत पर अटूट निष्ठा थी। स्वामी मनोहर लाल जी महाराज, संत श्री मोनूराम जी महाराज, संत नवीन जी, संत गुरदास, संत अविनाश, पुनीत भगत आदि संतो, भक्तों ने संकीर्तन किया।
मंदिर में स्थित श्रीअमरापुर के प्यारे लड्डू गोपाल जी को खीर का भोग लगाकर पुष्पों का शृंगार किया गया, भक्तों को खीर प्रसाद, मीठे होली घेवर, खजूर आदि प्रसाद वितरण किया गया। फाल्गुनी एकादशी पर संतों ने सभी भक्तों को चंदन तिलक लगाया । एकादशी पर सदगुरु स्वामी टेऊंराम गौशाला में संतो ने गौ माता को घास, गुड, फल खिलाकर सेवा की । दिनभर भक्तों का दर्शनों के लिए तांता लगा रहा।