जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को झटके पर झटके लगते दिख रहे है। जहां बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे सीताराम अग्रवाल ने राजधानी जयपुर में बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम दीया कुमारी और पार्टी के वरिष्ठ नेता औंकार सिंह लखावत समेत अन्य नेताओं की मौजदूगी में हाथ का साथ छोड़कर भाजपा का कमल थाम लिया है।
जानकारी के अनुसार सीताराम अग्रवाल के साथ कई पार्षद, पार्षद प्रत्याशी,व्यापार प्रकोष्ठ के पदाधिकारी सहित तीन सौ छह लोग भाजपा की सदस्या ग्रहण की है। अग्रवाल सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं के कांग्रेस छोड़ देने से पार्टी को खासा नुकसान हुआ है। बीजेपी में शामिल होने के बाद अग्रवाल ने कहा कि सुबह का भूला शाम को घर लौटा हूं और बीच में दस साल तक रास्ता भटक गया था, जो यू टर्न लेकर आया हूं। विद्याधर नगर में कांग्रेस अब जीरो हो गई है और वह अब तन-मन से बीजेपी की सेवा करेंगे।
पार्टी में शामिल होने के बाद अग्रवाल ने कहा कि दीया कुमारी के लिए अंतिम सांस तक खड़ा रहूंगा। वह दिया कुमारी के नेतृत्व में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने गरीब घर में जन्म लिया और 200 रुपये से नौकरी शुरू की। लेकिन आज सरिया कंपनी का मालिक है।
इस मौके पर डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा कि आज विद्याधर नगर कांग्रेस मुक्त हो गया है। कोरोना से छुटकारा मिल गया है और कांग्रेस रूपी बीमारी से भी मुक्ति पानी है। सीताराम अग्रवाल सही समय पर बीजेपी में शामिल हुए हैं। अग्रवाल ने तन मन धन से कांग्रेस की सेवा की। लेकिन कांग्रेस में इन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। उन्होंने दावा किया कि इस बार एनडीए 400 पार करेगा। राजस्थान में बीजेपी पूरी 25 की 25 सीटें जीतेगी।
गौरतलब है कि सीताराम अग्रवाल पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव में जयपुर की विद्याधर नगर सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी थे। उनके सामने बीजेपी की दीया कुमारी थी। इस चुनाव में अग्रवाल दीया कुमारी के सामने भारी मतों के अंतर से हार गए थे।