जयपुर। राजधानी जयपुर में सोमवार को बलराम पूर्णिमा पर श्रीकृष्ण-बलराम मंदिर में भगवान कृष्ण के बड़े भाई भगवान श्री बलराम का प्राकट्य उत्सव बड़ी धूम धाम से मनाया गया। इस उत्सव में बड़ी संख्या में भक्तों ने उपस्थित होकर कृष्ण बलराम के नयनाभिराम दर्शन किये और उनका आशीर्वाद लिया। श्री बलराम के प्राकट्य उत्सव पर दिन भर मंदिर में भजन कीर्तन का आयोजन हुआ। जिस पर भक्तों ने भाव विभोर होकर नृत्य किया। इसके साथ ही दिन भर मंदिर में हरे कृष्ण महामंत्र का जाप हुआ। जिसके उच्चारण से सारा वातावरण दिव्य हो गया।
भगवान बलराम के प्राकट्य उत्सव पर श्रीकृष्ण-बलराम मंदिर में भगवान के दिव्य दर्शनों के लिए सुबह से ही भक्तों की लम्बी कतारें लग गई। हर कोई बस उनके दर्शन करने को आतुर था। संध्या के समय नव निर्माणाधीन हरे कृष्ण मंदिर के सुधर्मा हाल में श्रीकृष्ण बलराम का पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, मीठे जल), पंचगव्य और विविध प्रकार के फलों के रस, औषधियों से मिश्रित जल से भरे 108 कलशों और नारियल पानी से महाभिषेक हुआ। श्रावण पूर्णिमा की शाम को हुए इस भव्य आयोजन में महाआरती प्रमुख आकर्षण का केंद्र रही।
मंदिर अध्यक्ष अमितासना दास ने श्री बलराम के प्राकट्य उत्सव पर बताया की श्री बलराम हमे कृष्ण भक्ति में अग्रसर होने के लिए आध्यात्मिक बल देते है। उनके आशीर्वाद के बिना हम कृष्ण भक्ति प्राप्त नहीं कर सकते। हमारे शास्त्र हमे यह ज्ञान देते हैं की हम भगवान् की भक्ति किस प्रकार करें और जीवन के परम उद्देश्य को कैसे प्राप्त करें। इसके साथ ही वे हमे अपनी वैदिक संस्कृति से जोड़ते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में आये सभी श्रद्धालुओं का धन्यवाद किया।