जयपुर। श्री सीताराम जी छोटी चौपड़ पर समाज श्री सीताराम जी के भक्तों की ओर से छप्पन भोग जिमाया। मन्दिर के पुजारी नंदकिशोर शर्मा ने ठाकुर को नई पोशाक धारण कराई । भक्तों द्वारा मन्दिर को लाईट एवं फूलों से सजाया गया। छप्पन भोग में शुद्ध गाय का घी से व्यंजन बनाए गये।
समाज श्री सीताराम जी के अध्यक्ष नवल किशोर झालाणी ने बताया कि छप्पन भोग में 351 बड़े थाल में सजाया गया। संस्था के उपाध्यक्ष रामप्रसाद अग्रवाल ने सभी महंतों को माला दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया।
समाज के मंत्री रामबाबू झालाणी ने बताया कि छप्पन भोग के लिए सभी तरह कि मिठाई एवं नमकीन मन्दिर में तैयार किये राज भोग रसगुल्ला रसमलाई केसर बांटी खीरमोहन मलाई चाप गोद के लड्डू बेसन के लड्डू मुग के लड्डू मेथी के लड्डू बादाम हलवा मूंग का हलवा डायमंड केक काजू संगम काजू कतली बादाम कतली मावे सोहन पपड़ी आम पपडी मलाई पान गजक रेवड़ी की कई तरह बर्फी सभी तरह कि नमकीन कचोरी चुरमा बांटी खीर फीणी गाजर का हलवा क कई तरह की पुड़ी इस तरह की सब्जियां दही बड़ा दही रायत सभी तरह की चटनियां अचार मुरब्बा का केला अमरूद सेवा अनार पपीता अंगुर का भोग लगाएं गया।
ठाकुर को मीठी-मीठी सुरीली आवाज में गालियां सुनाई
हो नवल बना श्री राम थॉने नैणा मॉही राखॉ जी
राजा दशरथ जी के तीन पटरानी तीनों ही जी बाला जोबन जोर
धन भाग्य हमारा आया राघो जी प्यारा पावणा
प्रिय पाहूना के चरण पोखरों हि सखी
सियावर जी का लाड लडावा जी नौरंग गारी गॉवा
रामगोपाल बूसर रामशरण हल्दिया अवधेश कुमार पोदार नारायण अग्रवाल रामबाबू पाटोदिया प्रदीप सेठी रमेश बिजलीवाले जगदीश काकडे वाले राधागोपाल रामनारायण नाटाणी प्रभू ताबी ओमजी कानूनगो लक्ष्मीनारायण काकडे वाले नन्द किशोर भुखमारीया जगदीश काकडे वाले राधागोपाल हंसराज धीया राजा बाबू पाटोदिया सभी भक्तों ने पद गाकर सुनाया। महेश भगत ने सभी भक्तों को माला दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया।
समाज के मंत्री रामबाबू झालाणी ने बताया कि 20 जनवरी को दोपहर 12 बजे से कंचन वन में ससुराल कि फूलों से होली खेली जाएगी। उसके बाद से संता महंतों जयपुर में जितने भी उनको सब बरातियों को छप्पन भोग जिमाया जाएगा। उसके बाद जितने भी अवध एवं मिथिला के भक्तों को जिमाया जाएगा।