जयपुर। मानसरोवर के श्री हंस विहार मंदिर में श्री कृष्णम् महाकाव्य पर आधारित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह का शुभारंभ हुआ। कथा का शुभारंभ पानी की टंकी के पास से गाजेबाजे के साथ रवाना हुई कलश यात्रा से हुआ। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर मंगल कलश लिए चल रहीं थीं। व्यासपीठ से आचार्य राजेश्वर ने प्रथम दिन भागवत माहात्म्य, भक्ति नारद प्रसंग का श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि कलियुग में भागवत कथा का श्रवण करना अमृत पीने के समान है। क्योंकि भागवत सभी ग्रंथों का सार है।
मंगलवार, 16 जुलाई को परीक्षित श्राप, शुकदेव पूजन, सृष्टि रचना, बुधवार, 17 जुलाई को शिव-सती प्रसंग, ऋषभदेव अवतार, अजामिल प्रसंग, गुरुवार, 18 जुलाई को वामन, राम अवतार, श्री कृष्ण जन्म के बाद नन्दोत्सव मनाया जाएगा। शुक्रवार 18 जुलाई को श्री गोवर्धन पूजन के बाद छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी। शनिवार, 20 जुलाई को श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह, रविवार 21 जुलाई को सुदामा प्रसंग, परीक्षित मोक्ष, भागवत चिट्ठा के साथ भागवत कथा समापन होगा।