जयपुर। जयपुर में पहली बार किशनगढ़ स्थित श्री निंबार्क पीठ के पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित जगतगुरू श्री निंबार्काचार्य श्री श्रीजी महाराज श्री श्याम शरण देवाचार्य जी के श्रीमुख से श्रीमद भागवत कथा का आयोजन आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में स्थित सत्संग भवन में शनिवार से होगा। 22 दिसम्बर तक चलने वाले इस ज्ञानयज्ञ में 108 विद्वान अष्टोत्तर शत भागवत पाठ का मूल पाठ करेंगे।
कथा आयोजन ब्रजकिशोर बिरजू गोयल ने बताया कि कथा पूर्व कलश यात्रा शनिवार को मंदिर श्री आनंद कृष्ण बिहारी मंदिर चांदनी चौक से दोपहर साढ़े 12 बजे कलश यात्रा निकाली जाएगी।
51 महिलाए सिर पर मांगलिक कलश धारण निकालेगी कलश यात्रा
श्रीमद भागवत कथा के शुभारंभ से पहले बैंडवादकों व भजनों की स्वर लहरियों के बीच 51 महिलाएं सिर पर मांगलिक कलश धारण कर चलेगी, वहीं कलश यात्रा में शामिल सैकड़ो महिलाएं व पुरूष श्रद्धालु भजनों की स्वर लहरियों पर नाचते-गाते हुए चलेगे। कलश यात्रा विभिन्न् मार्गो से होती हुई कथा स्थल श्री गोविंद देव जी मंदिर पहुंचेगी। जहां पर आयोजन ब्रजकिशोर बिरजू गोयल सपरिवार श्रीमद भागवत की पूजा-अर्चना कर कथावाचक श्री निंबार्क पीठ के पीठसधीश्वर अनंत श्री विभूषित जगतगुरू श्री निंबार्काचार्य श्री श्रीजी महाराज श्री श्याम शरण देवाचार्य जी महाराज का स्वागत व अभिनंदन करेंगे। इसके बाद महाराज श्री व्यासपाठ से भक्तों को श्रीमद भागवत महापुराण महात्म्य और परीक्षित शुक्रदेव मिलन की कथा सुनाएंगे।
कथा आयोजक ब्रजकिशोर ‘बिरजू‘ गोयल ने बताया कि दूसरे दिन 17 दिसंबर को देवहुति कपिल संवाद होगा। इसी प्रकार 18 दिसंबर को ध्रुव चरित्र एवं प्रहलाद चरित्र की कथा होगी। 19 दिसंबर को श्री राम अवतार, श्री कृष्ण जन्म एवं नंद उत्सव का आयोजन होगा। 20 दिसंबर को श्री कृष्ण बाल लीला एवं श्री गिरिराज पूजन का भक्तजन आनंद उठाएंगे 21 दिसंबर को महारास एवं रुक्मणी मंगल कथा सुनाई जाएगी। 22 दिसंबर को महारास के साथ श्री कृष्ण- सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की कथा होगी। इसी दिन कथा की पूर्णाहुति होगी। कथा रोजाना दोपहर 2बजे से शाम 6बजे तक होगी।