जयपुर। श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी (एसजीआई) का ग्रॉस रिटन प्रीमियम (जीडब्ल्यूएस) वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 861 करोड़ रुपए हो गया जो वित्तीय वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में 750 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही कीबात करें तो यह जीडब्ल्यूएस 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2023-24 की पहली छमाही के 1,310 करोड़ रुपए के मुकाबले बढ़कर 1,594 करोड़ रुपए हो गया।इसकी तुलना में सामान्य बीमा क्षेत्र की ग्रोथ महज 7 प्रतिशत ही रही। यानी श्रीराम जनरल का प्रदर्शन इंडस्ट्री से कहीं बेहतर रहा।
वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में कंपन ने कुल 2,732,906 पॉलिसी जारी कीं। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 17 प्रतिशत बढ़कर 217 करोड़ रुपए से बढ़कर 254 करोड़ रुपए हो गया। श्रीराम जनरल इंश्योरेंस ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 102,449 क्लैम सेटल किए जो 2023-24 की पहली छमाही में कुल 86,708 क्लेम सेटल किए थे। 30 सितंबर 2024 को कंपनी का सॉल्वेंसी रेशियो 3.93 था। जो नियामक के अनुसार 1.50 ही होना चाहिए। यानी कंपनी का सॉल्वेंसी रेशियो इससे कहीं बेहतर है। वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में कंपनी की लाइव पॉलिसी की संख्या बढ़कर 62.83 लाख हो गईंजो 2023-24 की पहली छमाही में 60.19 लाख थीं।
श्रीराम जनरल के एमडी व सीईओ अनिल अग्रवाल ने कहा, “हमारी मजबूत जीडब्ल्यूपी ग्रोथ हमारे ग्राहक आधारित समाधान के प्रति समर्पण का प्रमाण हैं, खासतौर पर मोटर सेगमेंट में। अब हम हेल्थ और एमएसएमई इंश्योरेंस के क्षेत्र में अपना दायरा बढ़ा रहे हैं। यहां हम अपनी उन्नत और परिचालन दक्षता की मदद सेअपनी ऑफरिंग को बढ़ाकर टिकाऊ वृद्धि हासिल करेंगे। ‘
बीमा नियामक आईआरडीआई के विजन के अनुसार 2030 तक 2 लाख एजेंट जोड़ेंगे
अनिल अग्रवाल ने कहा, एसजीआई के बिजनेस मॉडल में वित्तीय सलाहकारों का अहम रोल है। उनके महत्व को स्वीकारते हुए हम बीमा नियामक के लक्ष्य”2047 सबको बीमा’ के लक्ष्य में अपना योगदान देते हुए बीमा की वैल्यू को प्रमोट कर रहे हैं। बीमा सलाहकार हमारे ऑपरेशंस की रीढ़ हैं। वे ग्रामीण और शहरीदोनों क्षेत्रों में बीमा की जागरुकता बढ़ाने के लिए एंबेसडर की भूमिका निभा रहे हैं। हम इन बीमा सलहाकारों की बड़े पैमाने पर भर्ति करके अब तक बीमा सेवा सेवंचित क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहे हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि बीमा के उत्पाद अंतिम पायदान के आदमी तक पहुंचे।
इस साल एसजीआई ने 20 हजार नए सलाहकार अपने नेटवर्क में जोड़ेगी। इस साल के अंत तक हम इसकी संख्या 79,832 से बढ़ाकर 90,000 तक पहुंचा देंगे।कंपनी 2030 तक अपने एजेंट की संख्या बढ़ाकर 2 लाख करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। यह समाज के सभी वर्गों तक बीमा के उत्पाद पहुंचाने की उसकीप्रतिबद्धता के तहत किया जा रहा है।
विस्तार और वर्कफोर्स बढ़ाना
वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही तक कंपनी की 26 राज्यों में 278 ब्रांच हैं, पिछले वर्ष इन ब्रांच की संख्या 252 थी। कंपनी के देशभर में 4,049 कर्मचारी थे। पिछले साल इनकी संख्या 3,847 थी।
मोटर और गैर मोटर क्षेत्र के लिए रणनीतिक प्लान
कंपनी को मौजूदा समय में 92 प्रतिशत जीडब्ल्यूपी मोटर इंश्योंरेस सेगमेंट से आता है। शेष 8 प्रतिशत ही गैर मोटर सेगमेंट जैसे फायर,इंजीनियरिंग और अन्य उत्पादों से आरहा है। कंपनी अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के उद्देश्य से दोबारा फसल बीमा के क्षेत्र में जा रही है। साथ ही वह नए हेल्थ उत्पाद भी लॉन्च कर रही है।एसजीआई का लक्ष्य 2023 तक मोटर इंश्योरेंस से मिलने वाले जीडब्ल्यूपी को 92 प्रतिशत से घटाकर 85 प्रतिशत लाने और गैर मोटर सेगमेंट के जीडब्ल्यूपी को 8 प्रतिशत सेबढ़ाकर 15 प्रतिशत तक पहुंचाने का है।