जयपुर। जनकपुरी -ज्योतिनगर जैन मन्दिर में श्रुत पंचमी महोत्सव विशेष आयोजनों के साथ मनाया गया । प्रातः नित्य शांति धारा के बाद आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में भक्ति व साज बाज के साथ ज्ञान मति माताजी द्वारा रचित संगीतमय श्रुत स्कंध विधान पूजन प्रकाश जैन द्वारा कराया गया । इससे पूर्व सौभाग्यवती महिलाओं ने चतुष्ण कोणों के कलश स्थापित किए ।
मुख्य कलश एवं मण्डल पर दीप प्रज्वलन किया गया । संगीत मय विधान पूजन का उपस्थित धर्म प्रेमी बंधुओ ने प्रसन्नता पूर्वक आनंद लिया । समिति के अध्यक्ष पदम जैन बिलाला ने आचार्य श्री को चातुर्मास हेतु श्रीफल भेंट करने वरुण पथ मानसरोवर से पधारे समाज जन का स्वागत किया प्रबंध समिति ने तिलक माला के साथ सम्मान किया ।
आचार्य श्री ने प्रवचनों में श्रुत पंचमी का महत्व तथा जिनवानी को सम्भाल कर रखने का महत्व बताया श्रद्धालुओं ने माँ जिनवानी के 108 अर्घ्य समर्पित कराये जिनवानी माता की आरती के बाद ग्रंथों को पालकी में ही लेजाकर यथा स्थान विराजित किया । प्रबंध समिति के अलावा महिला मण्डल व युवा मंच के कार्यकर्ताओं का पूर्ण सहयोग रहा ।