जयपुर। राजस्थान में सितंबर 2021 को हुई सब इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती में धांधली सामने आने के बाद पुलिस विभाग एसआई भर्ती को आरएएस एग्जाम में शामिल कराने की तैयारी कर रहा है। इसमें पुलिस अधिकारियों ने सब इंस्पेक्टर की भर्ती को आरएएस एग्जाम में शामिल कराने पर सहमति जताई है। साथ ही उनका मानना है कि एसआई भर्ती परीक्षा अलग कराने में बहुत समय लगता है। भर्ती की प्रक्रिया काफी लंबी है, इसलिए इस भर्ती परीक्षा को आरएएस परीक्षा में ही शामिल करना चाहिए। इसको लेकर प्रस्ताव को पुलिस मुख्यालय ने संस्थापना बोर्ड में भेजा है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आरएएस एग्जाम से ही सब इंस्पेक्टर पद की भर्ती होने पर गड़बड़ी की आशंका कम रहेगी। इसको लेकर अब भजनलाल सरकार बड़ा कदम उठा सकती है।
अगर ऐसा हुआ तो सब इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए अलग से कोई परीक्षा नहीं कराई जाएगी। वहीं सब इंस्पेक्टर की भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सोमवार को मानसरोवर से गुर्जर की थड़ी तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान अभ्यर्थियों ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुराने पैटर्न पर ही परीक्षा करवाने की मांग की।
अभ्यर्थियों ने साल 2021 में एसआई परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की और गलत तरीके से एसआई बने लोगों को सेवा से बाहर करने की मांग की। साथ ही एसआई परीक्षा को आरएएस एग्जाम में शामिल करने का विरोध जताया। अभ्यर्थियों ने कहा कि सभी स्टूडेंट आरएएस एग्जाम को अफोर्ड नहीं कर पाते हैं। इसलिए एसआई भर्ती परीक्षा की तैयारी करते हैं। 3 सालों से हम एसआई भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में 5 लोग कैसे तय कर सकते हैं कि एसआई परीक्षा को आरएएस एग्जाम में शामिल किया जाए।
महिला अभ्यर्थियों ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हम इतने सालों से तैयारी कर रहे हैं। अब सरकार जल्दबाजी में ऐसा फैसला करके हमारे साथ गलत कर रही है। एक दम से नियम बदले जा रहे हैं। अधिकारी अपनी कमियां स्टूडेंट्स पर थोप रहे हैं और हमारे करियर से खिलवाड़ कर रहे हैं। जब पुलिस विभाग सब इंस्पेक्टर की भर्ती को आरएएस एग्जाम में शामिल कराने की तैयारी कर रहा है तो क्यों न आरएएस एग्जाम को आईएएस एग्जाम में शामिल करें।
अभ्यर्थियों ने विरोध-प्रदर्शन के दौरान भजनलाल नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को चेतावनी दी कि हमारी मांग नहीं मानी तो वह विधानसभा और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे में छात्र आत्महत्या करेगा तो उसके लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) टीम और यह नियम जिम्मेदार होगा। साथ ही कि पहले के पैटर्न पर ही परीक्षा करवाई जाए।