जयपुर। श्रावण शुक्ला द्वितीया मंगलवार को सिंजारा पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। राजस्थानी संस्कृति के लोकपर्व सिंजारा पर नव विवाहित युवतियां मेहंदी लगाएंगी और शृंगार करेंगी। बुधवार को तीज मनाई जाएगी। सोमवार को महिलाएं सिंजारा और तीज पर्व की तैयारियां में जुटी रही। जिन लड़कियों की इस साल मंगनी या शादी हुई, उनके ससुराल से मंगलवार को सिंजारा आएगा। सिंजारे के रूप में कपड़े, दुल्हन की साड़ी, खिलौने, रस्सी, शृंगार का सामान, आभूषण, फल मिठाई के रूप में घेवर-फीणी आएगी। घरों में पकवान बनाए जाएंगे।
लोगों ने सोमवार को दुकानों पर घेवर और फीणी तथा साड़ी की दुकानों पर लहरिया की खरीदारी की। बुधवार को तीज पर महिलाएं सोलह शृंगार कर झूला झूलेंगी। जिन लड़कियों के विवाह में देरी हो रही है, वे शीघ्र विवाह की कामना के लिए माता पार्वती की विशेष पूजा करेंगी। बुधवार को सिटी पैलेस की जनानी ड्योढ़ी से तीज माता की पारंपरिक सवारी निकलेगी। ज्योतिषाचार्य बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि सावन की तीज को मधुश्रवा तीज भी कहा जाता है। इस दिन रवि योग और राजयोग रहेगा। इससे पूर्व सिंजारे पर भी विशेष योग रहेंगे।