जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की झालावाड़ टीम ने गुरूवार को कार्रवाई करते हुए स्टाम्प वेंडर राठौर टाइपिंग तहसील कार्यालय असनावर जिला झालावाड़ के गोपाल राठौड़ और मण्डल डूंगरगांव तहसील असनावर जिला झालावाड़ के पटवारी बसंत सिंह को परिवादी से पांच हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पुलिस महानिदेशक डॉ रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि एसीबी की झालावाड़ टीम को परिवादी ने शिकायत दी कि उसकी बहन के नाम कृषि भूमि है,जिसको वह अपने पुत्र के नाम दान पत्रिका कर रही है, जिसके सम्बंध में वह पटवारी बसंत से मिला और रजिस्ट्री के बारे में बात की तो उसने अपना काम करवाने के लिए स्टाम्प वेंडर गोपाल राठौर ई-से मिलने को कहा।
इस पर वह गोपाल राठौर से मिला तो गोपाल राठौर ने कहा कि रजिस्ट्री के 40 हजार रुपये लगेंगे, जिसकी रसीद देगें और 20 हजार रुपये अलग से लगेगें जो कंस्ट्रक्शन के होगे। जिस पर परिवादी ने 40 हजार रुपये 21 अप्रैल को दिए। उसके बाद स्टाम्प वेंडर गोपाल राठौर ने कहा कि तहसीलदार व पटवारी 60 हजार रुपये बता रहे है। लेकिन उसने तहसीलदार से बात करी है तो पटवारी और तहसीलदार दोनों को कंस्ट्रक्शन के लिए राजी कर लिया है।
ऊपर-ऊपर ही 20 हजार रुपये देने के लिए कहा है। परिवादी ने 22 अप्रैल को उसकी बहन के मोबाइल से गोपाल राठौर के मोबाइल पर 15 हजार रुपये फोन पे कर दिये थे तथा शेष 5 हजार रुपये अगले दिन देने को कहा। इस पर एसीबी ने रिश्वत मांग का सत्यापन करवाया और गुरूवार को ट्रेप की कार्रवाई करते हुए स्टाम्प वेंडर राठौर टाइपिंग तहसील कार्यालय असनावर जिला झालावाड़ के गोपाल राठौड़ और मण्डल डूंगरगांव तहसील असनावर जिला झालावाड़ के पटवारी बसंत सिंह को पांच हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।