नई दिल्ली। देश के स्टार्ट-अप्स, उद्यमियों, निवेशकों, नीति निर्माताओं और अन्य हितधारकों को एक साथ लाने के उद्देश्य से वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) भारतीय स्टार्ट-अप इको-सिस्टम और राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस (16 जनवरी 2024) मनाने के लिए 10 जनवरी, 2024 से 18 जनवरी 2024 तक स्टार्ट-अप इंडिया इनोवेशन वीक 2024 का आयोजन कर रहा है।
इनोवेशन वीक 2024 के दौरान, डीपीआईआईटी के सचिव श्री राजेश कुमार सिंह 11 जनवरी 2024 को गुजरात के गांधीनगर में दसवें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में स्टार्ट-अप सेमिनार: ‘स्टार्ट-अप अनलॉकिंग इनफिनिट पोटेंशियल’ में उद्घाटन भाषण देंगे, जिसका उद्देश्य व्यापार नेटवर्किंग, ज्ञान साझाकरण और समावेशी सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करना है।
16 जनवरी 2024 को, राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस समारोह के हिस्से के रूप में, डीपीआईआईटी राष्ट्रीय स्टार्ट-अप पुरस्कार 2023 और राज्यों के स्टार्ट-अप रैंकिंग फ्रेमवर्क के चौथे संस्करण, स्टार्ट-अप इंडिया के तहत दो प्रमुख पहलों के लिए परिणाम घोषणा और सम्मान समारोह का आयोजन कर रहा है। भारतीय उद्यमियों द्वारा जिलों में विकसित किए जा रहे नवाचारों का स्वागत करने के लिए इनक्यूबेटरों द्वारा देश भर में कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इन आयोजनों में स्टार्ट-अप्स के लिए समर्पित कार्यशालाएं, मेंटरशिप सत्र, हितधारक गोलमेज वार्ता और पैनल चर्चाएं आदि शामिल हैं।
10 से 17 जनवरी 2024 तक आठ वर्चुअल ‘आस्क मी एनीथिंग’ (एएमए) प्रत्यक्ष सत्र आयोजित करने की योजना है, जिसमें इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर, निवेशक, सलाहकार, यूनिकॉर्न, कॉरपोरेट्स, स्टार्ट-अप, शिक्षाविद और सरकार सहित स्टार्ट-अप इको-सिस्टम एनेबलर्स शामिल होंगे, ताकि इको-सिस्टम की क्षमता का निर्माण किया जा सके।
इसके अलावा, ‘हाउ टू स्टार्ट-अप’, पर केंद्रित पांच समर्पित मेंटरशिप सत्र आयोजित करने की योजना बनाई गई है, जो व्यवसाय संरचनाओं को समझने, किसी इकाई को शामिल करने की प्रक्रियाओं और किसी व्यवसाय संबंधी योजना बनाने जैसे विषयों पर इच्छुक उद्यमियों और छात्र उद्यमियों की क्षमता निर्माण पर केंद्रित होंगे।
नवाचार व स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने और देश के स्टार्ट-अप इको-सिस्टम में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए एक मजबूत इको-सिस्टम बनाने के मद्देनजर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 16 जनवरी 2016 को स्टार्ट-अप इंडिया पहल शुरू की गई थी। राष्ट्र निर्माण, सामाजिक आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता में योगदान देने वाले स्टार्ट-अप्स की पहचान पर जोर और उन्हें बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री ने 2022 में 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस घोषित किया।
16 जनवरी 2024 को स्टार्ट-अप इंडिया के लॉन्च के आठ शानदार वर्ष पूरे हो रहे हैं। 2016 में लगभग 400 स्टार्ट-अप से लेकर आज 1,17,000 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप तक, भारतीय स्टार्ट-अप इको-सिस्टम पिछले कुछ वर्षों में और मजबूत हुआ है। स्टार्ट-अप इंडिया पहल विकसित भारत@2047 के दृष्टिकोण को साकार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जो आजादी के 100वें वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री का आह्वान है।
राष्ट्रीय स्टार्ट-अप पुरस्कार ऐसे उत्कृष्ट स्टार्ट-अप और इको-सिस्टम समर्थकों को पहचानने और पुरस्कृत करने की एक पहल है, जो रोजगार सृजन या सम्पदा सृजन की उच्च क्षमता वाले, मापन योग्य सामाजिक प्रभाव का प्रदर्शन करने वाले नवीन उत्पादों या समाधानों और निरंतर बढ़ने वाले उद्यमों का निर्माण कर रहे हैं।
राज्यों की स्टार्ट-अप रैंकिंग डीपीआईआईटी द्वारा विकसित और जारी की जाने वाली एक समय आधारित क्षमता निर्माण प्रक्रिया है, जो स्टार्ट-अप के विकास के लिए अनुकूल इको-सिस्टम बनाने के उनके प्रयासों पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों का मूल्यांकन करती है। रैंकिंग अभ्यास का प्रमुख उद्देश्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अच्छे व्यवहारों की पहचान करने, सीखने और बदलने की सुविधा प्रदान करने, स्टार्ट-अप इको-सिस्टम को बढ़ावा देने और राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा को तेज करने के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा नीतिगत हस्तक्षेप को उजागर करना है।
31 अक्टूबर 2023 को प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई मेरा युवा भारत (एमवाई भारत) पहल को बढ़ावा देने के लिए डीपीआईआईटी युवा कार्यक्रम विभाग के साथ भी सहयोग कर रहा है। एम वाई भारत सरकार के समग्र दायरे के भीतर युवा विकास और युवाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिए एक महत्वपूर्ण, प्रौद्योगिकी-संचालित सुविधा प्रदाता है। इनोवेशन वीक के दौरान, देश के युवाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से एम वाई भारत के लिए विभिन्न आउटरीच गतिविधियां शुरू की जाएंगी।