जयपुर। राजस्थान अपने सोना, लोहा, पेट्रोलियम और नए खोजे गए लिथियम भंडार आदि जैसे प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों का लाभ उठाते हुए अगले पांच वर्षों में 350 बिलियन यूएसडी की अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। राज्य सरकार अगले पांच वर्षों में पांच लाख से अधिक नौकरियां, इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाने, पर्यावरणीय दृष्टि से टिकाऊ ऊर्जा और डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे दैनिक जीवन में व्यापक बदलाव आएगा।
राजस्थान के एक पसंदीदा निवेश गंतव्य बनने के साथ, यह उपयुक्त ही है कि भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स जैसा पुराना और प्रतिष्ठित चैंबर ऑफ कॉमर्स की स्थापना अब राजस्थान राज्य में हुई है। इस वर्ष चैंबर का उद्घाटन अनुकूल समय पर हो रहा है, जो राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट के साथ पूरी तरह संरेखित है। यह बात राजस्थान सरकार की उप मुख्यमंत्री श्रीमती दीया कुमारी ने आज मुख्य अतिथि के रूप में जयपुर में इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के राजस्थान राज्य कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर कही।
उप मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स आज देश के सबसे पुराने तथा सर्वाधिक सक्रिय और दूरदर्शी चैंबर्स में से एक है। इसके सदस्यों में भारत के कुछ सबसे प्रमुख और बड़े औद्योगिक समूह शामिल हैं। राज्य ने ‘विकसित भारत-विकसित राजस्थान’ के दृष्टिकोण के लिए खुद को प्रतिबद्ध किया है। इसके लिए कार्य योजना पहले ही तैयार की जा चुकी है। इससे आने वाले वर्षों में राज्य में दूरगामी आर्थिक परिवर्तन होगा, जिसका सबसे बड़ा लाभ युवा, महिलाओं, किसान और वंचित वर्ग को होगा।
आईसीसी राजस्थान राज्य कार्यालय की नवनियुक्त चेयरपर्सन, डॉ. जयश्री पेरीवाल ने कहा कि राज्य और राष्ट्र दोनों के आर्थिक विजन को साकार करने में चैम्बर की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। आईसीसी राज्य और केन्द्र सरकार दोनों के साथ मिलकर इस भूमिका को पूरा करने का प्रयास करेगा। हम स्थानीय कारोबारी माहौल में सुधार लाने तथा एडवोकेसी, नेटवर्किंग और कैम्पेनिंग के माध्यम से व्यापारिक समुदायों को मजबूत बनाने के लिए सरकार की विभिन्न पहलों में सहयोग और समर्थन करना चाहते हैं।
डॉ. पेरीवाल ने आगे कहा कि भारत 5 ट्रिलियन यूएसडी की अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रयासरत है, ऐसे में निवेश प्रोत्साहन राज्य स्तरीय आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू बन गया है। राजस्थान विकसित भारत 2047 को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। राजस्थान सरकार ने पांच वर्षों के भीतर राज्य को 350 बिलियन यूएसडी की अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए एक महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण को साझा किया है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि, भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष, श्री अमेय प्रभु ने भी आईसीसी के विजन तथा भारत के विकास में राजस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने विचार साझा किए। आईसीसी राजस्थान स्टेट काउंसिल, बिजनेस लीडर्स, पॉलिसी मेकर्स और स्टेकहोल्डर्स के बीच संवाद और सहयोग को सुविधाजनक बनाकर राज्य के औद्योगिक क्षेत्र को आगे बढ़ाने में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार है। जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल जैसी संस्थाओं द्वारा समर्थित इस पहल से क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि और विकास को गति देने में आधार बनने की उम्मीद है।