जयपुर। भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र की ओर से शुक्रवार को तीन दिवसीय बीएमकॉन कोर-8 की शुरुआत हुई। जेएलएन रोड स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में शुरू हुई इस कॉन्फ्रेंस के पहले दिन “इन्हैंसड रिकवरी आफ्टर सर्जरी“ वर्कशॉप आयोजित की गई। सर्जरी के पहले और बाद में पेशेंट की रिकवरी को फास्ट करने के उद्देश्य से आयोजित इस वर्कशॉप में राजस्थान के सर्जन और एनेस्थीसिया एक्सपर्ट ने भाग लिया।
वर्कशॉप में टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई की विशेषज्ञ डॉ वंदना अग्रवाल की ओर से बताया गया कि सर्जरी के दौरान रोगी को मिलने वाली केयर में सर्जन और एनेस्थिसियोलॉजिस्ट दोनों ही शामिल होते हैं, ऐसे में इन दोनों के प्रयास सही दिशा में हो तो रोगी को हॉस्पिटल में कम समय बिताना पड़ता है और रोगी पूर्ण स्वस्थ होकर जल्द ही अपने रूटीन लाइफ को शुरू कर सकता है।
वर्कशॉप की शुरुवात भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल की वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिला कोठारी ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। वर्कशॉप कन्वीनर डॉ अंजुम खान ने बताया कि ईरास वर्कशॉप के दौरान लाइव डेमो के जरिए टेªनिंग दी गई। एनेस्थिसियोलॉजिस्ट एंव सर्जन के संयुक्त प्रयास से किस तरह के पेषेंट की रिकवरी के समय कम किया जा सकता है इससे जुड़े पहलुओं पर चर्चा की गई।
वर्कशॉप के दौरान रेक्टल एमआरआई विषय पर भी सेशन आयोजित हुआ जिसमें जयपुर के डॉ विवेक भार्गव ने एमआरआई के विभन्न महत्वपूर्ण पहुलओं पर चर्चा की। बीएमकॉन कोर 2024 के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ शशिकांत सैनी ने बताया कि शनिवार से मुख्य कॉन्फ्रेंस का आगाज होगा। जिसमें देश-विदेश के चार सौ से अधिक विशेषज्ञ शामिल हो रहे। पहले दिन यूएसए के डॉ पारुल शुक्ला, मुम्बई के डॉ अवनीश सकलानी, अहमदाबाद से डॉ जगदीश एम कोठारी, कोयंबटूर से डॉ राजा पांडयन के सेशन आयोजित होंगे।