जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय में स्थित सरस्वती मंदिर प्रांगण में बैठक संपन्न हुई । बैठक में छात्र प्रतिनिधियों ने कहा कि अशोक गहलोत की तात्कालिक सरकार ने छात्र विरोधी तुगलकी फरमान जारी कर छात्रसंघ चुनाव बंद कर दिए थे। बैठक में छात्र प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से ” छात्रसंघ संघर्ष समिति ” का गठन किया । पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद भूदोली ने बताया कि छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर सर्वसम्मति से एक संघर्ष समिति का गठन किया गया है इसके बैनर के नीचे राजस्थान विश्वविद्यालय सहित सम्पूर्ण प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग करेंगे तथा प्रदेश भर के छात्र नेताओं को इस संघर्ष समिति में जोड़कर प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।
हिंदवी स्वराज छात्रसंघ के प्रदेश अध्यक्ष रिंकू मीणा ने बताया यदि सरकार छात्रसंघ चुनाव को लेकर सकारात्मक आदेश जारी नहीं करेंगी तो पूरे राज्य में छात्रों के द्वारा आंदोलन किया जाएगा। छात्र प्रतिनिधि कॉमर्स कॉलेज गजराज सिंह राठौड़ ने बताया कि लोकतंत्र की पहली सीडी छात्रसंघ चुनाव से होकर गुजरती है जिसकी हत्या पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने की अब सरकार बदल चुकी है यदि काले फरमान को बहाल नहीं किया गया तो छात्र सरकार बनाना और सरकार गिराना दोनों जानते हैं।
लक्ष्यराज लुहारिया छात्रसंघ अध्यक्ष राजस्थान महाविद्यालय ने बताया छात्र और छात्र नेताओं के लिए छात्रसंघ चुनाव एक जरूरी विषय है आज का छात्र देश का भविष्य है इनको लोकतंत्र का ज्ञान छात्रसंघ चुनाव से ही होता है। छात्र नेता राजेन्द्र मीणा ने बताया कि वर्तमान सरकार से छात्रसंघ चुनाव बहाल करवाने की अपील करते हैं नहीं तो छात्र शक्ति आगामी लोकसभा चुनाव में वोट से चोट करने के लिए तैयार है। इस मौके पर धर्मेंद्र चौधरी मुकेश सैनी अमर सिंह राजेंद्र मीणा महेंद्र जाखड़ विनोद दहिया संजय गर्ग सहित दर्जनों छात्र व छात्र नेता मौजूद रहे।