जयपुर।आस्था के पावन तीर्थ स्थल श्री अमरापुर स्थान जयपुर में प्रेम प्रकाश मंडल के चतुर्थ पीठाधीश्वर आचार्य सद्गुरु स्वामी टेंऊराम महाराज के परम शिष्य सद्गुरु स्वामी हरिदास राम महाराज का 24 वां पंच दिवसीय (महानिर्वाण) वर्सी उत्सव का समापन ग्रंथ गीता के पाठों के भोग पारायण के साथ होगा । 29 अगस्त गुरुवार की पावन वेला में प्रातः काल नित्य नियम प्रार्थना संत महात्माओं द्वारा भजन, सत्संग, प्रवचन तत्पश्चात श्री प्रेम प्रकाश ग्रंथ साहिब एवं श्रीमद् भागवत गीता के पाठों का भोग परायण होगा ।
पंच दिवसीय उत्सव के अंतर्गत (चतुर्थ दिवस) बुधवार को सायं 5 बजे संत महात्माओं द्वारा ब्रह्म दर्शनी (आचार्य सतगुरु स्वामी टेंऊराम जी महाराज द्वारा रचित) का पाठ किया गया। संत मोनूराम महाराज ने बताया कि ब्रह्म दर्शनी पुस्तक के अंतर्गत ब्रह्म ज्ञान का भंडार है और इसके अध्ययन से जीवन के पांचो भेद एवं भ्रांति मिट जाते हैं। स्वामी मनोहर लाल महाराज ने बताया कि जीवन में मानव तन में सेवा ,सुमिरन सत्संग बहुत जरूरी है, “ब्रह्म दर्शनी” जैसा नाम वैसा गुण भरा हुआ है इस ब्रह्म दर्शनी पुस्तक में।
गुरुवार 29 अगस्त वरसी उत्सव का समापन
महानिर्वाण दिवस के समापन पर संतो का सत्संग, पाठों का भोग साहब, आम भंडारे के साथ पुण्य तिथि महानिर्वाण दिवस का समापन होगा।