जयपुर। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने राज्य सरकार के द्वारा राजस्थान मेडिकल काउंसिल में भ्रष्टाचार के जरिए बहुत बड़ा घोटाला कर कर फर्जी डॉक्टर बनाने और लाखों रुपए की रिश्वत लेकर डॉक्टर को सर्टिफिकेट जारी करने करने वाले आरएमसी के रजिस्ट्रार राजेश शर्मा को गिरफ्तारी से बचाने का आरोप लगाया है, खाचरियावास ने कहा कि इतना संगीन अपराध करने वाले राजेश शर्मा को गिरफ्तारी से बचाने के लिए राज्य की भाजपा सरकार में बड़े स्तर पर आरएमसी के इस घोटाले को दबाने के लिए राजेश शर्मा को सिर्फ एपीओ किया गया।
खाचरियावास ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है मेडिकल में घोटाला होना घोटाले में करोड़ों का लेनदेन होना और एक रजिस्ट्रार के द्वारा पैसे लेकर डॉक्टर को सर्टिफिकेट जारी कर देना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है, राज्य की भाजपा सरकार को यह बताना चाहिए की राजेश शर्मा को किसके इशारे पर बचाया गया और इतने बड़े घोटाले पर राज्य की भाजपा सरकार पर्दा क्यों डालना चाहती है।
खाचरियावास ने कहा कि भाजपा सरकार की कटनी और करनी में अंतर है फर्जी डॉक्टर बनने के इस घोटाले की पूर्ण जांच करने के लिए रजिस्टर राजेश शर्मा को तुरंत गिरफ्तार करके पूरे घोटाले की सच्चाई सामने लानी चाहिए और सख्त एक्शन होना चाहिए। जिससे भविष्य में मेडिकल में कोई भी व्यक्ति घोटाला करने से डरे और लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर सही डिग्री लेकर इलाज कर सके।